अगले वर्ष आनंद कारज प्रस्ताव लागू करवाने हेतु करेंगे जद्दोज़हद : महिन्द्रपाल सिंह

अमृतसर, 3 अप्रैल (सुरिंदर कोछड़): पाकिस्तान की पूर्व पंजाब एसेम्बली में सिख भाईचारे के विवाहों को कानूनी तौर पर मान्यता दिलाने के लिए प्रस्ताव पारित होने बारे किए दावे पूरी तरह खोखले साबित हुए हैं। मुलतान से एम.पी.ए. व संसदीय सचिव महिंदरपाल सिंह ने आज सायं फोन पर ‘अजीत समाचार’ के साथ बातचीत करते हुए बताया कि इस वर्ष उनकी अधिक तवज्जो श्री करतारपुर साहिब कारिडोर व गुरु नानक देव जी के 550वें प्रकाशोत्सव समारोहों को सफल ढंग से मुकम्मल करने में रहेगी जबकि अगले वर्ष सिख आनंद कारज प्रस्ताव पंजाब एसेम्बली में पारित करवाने  के लिए जद्दोजहद शुरू की जाएगी। आनंद कारज प्रस्ताव समूचे सिख भाईचारे का एक महत्वपूर्ण मामला है और पाकिस्तान सरकार द्वारा वर्ष 2006 से वहां के सिख भाईचारे के आनंद मैरिज एक्ट लागू किए जाने का आश्वासन देकर उनके जज़्बातों के साथ खेला जा रहा है।  एक सच यह भी है कि पाक में रहते किसी भी सिख के पास सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त अपने विवाह का सर्टीफिकेट मौजूद नहीं है और उन्हें विवाह के सर्टीफिकेट के रूप में पेशावर के गुरुद्वारा भाई जोगा सिंह, गुरुद्वारा श्री पंजा साहिब व गुरुद्वारा जन्म अस्थान श्री ननकाना साहिब आदि द्वारा गुरमुखी में तैयार किया गया निकाहनामा दिया जा रहा है, जिसे कानूनी मान्यता प्राप्त नहीं है।