मैं रीहैब के दौरान अकेली बैठकर रोती थी : मीराबाई 

नई दिल्ली, 5 अप्रैल (एजेंसी) : साइखोम मीरबाई चानू के लिए 18 अप्रैल से शुरू हो रही एशियन भारोत्तोलन चैम्पियनशिप एक अंतर्राष्ट्रीय टूर्नामेंट से कहीं ज्यादा है। उनके लिए निंगबो (चीन) चैम्पियनशिप एक और मौका होगी जब वह अपने दर्द से बाहर निकल कर आगे बढ़ना चाहेंगी, उस दर्द को जिसने उन्हें कई बार आगे बढ़ने से रोका। मीराबाई ने कहा, ‘मैंने एशियन चैम्पियनशिप के लिए अपने लिए कुछ गोल तय किए हैं जिनमें से सबसे बड़ा 200 किलोग्राम भारवर्ग से ज्यादा के भार को उठाना है। मैं पटियाला में विजय शर्मा के मार्गदर्शन में ट्रेनिंग कर रही थी और ऐसा कोई कारण नहीं है कि मैं चीन में ऐसा न कर पाऊं। यह मेरे करियर में टर्निंग प्वाइंट हो सकता है।’’ मई 2018 से वह चोट से जूझ रही हैं। बीते आठ महीनों से वह बाहर बैठी हुई हैं। अपनी चोट के बारे में उन्होंने कहा, ‘मैं अब उस चोट से पूरी तरह से बाहर आ गई हूं, लेकिन मुझे अभी भी वो दबाव के पल याद हैं। जब मैं चोटिल हो गई थी और रीहैबिलिटेशन से गुजर रही थी तब मैं अकेली बैठ कर रोया करती थी। मेरे लिए कुछ भी सही नहीं चल रहा था। मेरी रिकवरी धीमी हो रही थी। मैं नहीं जानती थी कि मैं वापसी कर पाऊंगी या नहीं।’’