एलएमई में मंदे से टिन-निकिल टूटे , कॉपर-सीसा उछले

नई दिल्ली, 14 अप्रैल (एजैंसी) : लंदन मैटल एक्सचेंज में बड़े सटोरियों की बिकवाली से टिन इंगट सहित अधिकतर अलौह धातुओं में मंदे का व्यापार हुआ। दूसरी ओर मलेशिया का माल भी मंदे पड़ते का एक पखवाड़े से भारतीय बाजारों में उतरने लगा है, जिसके चलते इंडोनेशिया के माल में 45 रुपए प्रति किलो की भारी गिरावट आ गयी।  निकिल भी नौ/दस रुपए किलो नीचे आ गयी। दूसरी ओर कॉपर एलएमई में 51 डॉलर बढ़ जाने से यहां सात रुपए किलो बढ़ गया। सीसा भी डेढ़ रुपए तेज बोला गया। अन्य अलौह धातुओं में मिलाजुला रुख रहा। आलोच्य सप्ताह यूरोपीय व एशियाई देशों के सटोरियों की एलएमई में बिकवाली आने तथा तैयार माल की बिक्री अंतर्राष्ट्रीय बाजार में ठप्प जाने से अधिकतर अलौह धातुओं में मंदे का रुख बना रहा। स्थानीय अलौह धातु बाजार में भी मलेशिया का माल मंदे भाव में ज्यादा उतर गया। दूसरी ओर जामनगर मंडी में बिकवाली का प्रेशर बढ़ गया। अलीगढ़, आगरा, कानपुर आदि मंडियों में भी टिन इंगट का व्यापार काफी कमजोर पड़ जाने से यहां से चालानी व्यापार 20 प्रतिशत घट गया। फलत: टिन इंगट 45 रुपए लुढ़ककर इंडानेशिया का 1700 रुपए प्रति किलो रह गया। मलेशिया के भाव भी 1752 रुपए से गिरकर 1710 रुपए के निम्नस्तर पर आ गये। इसके अलावा निकिल भी औद्योगिक मांग मार्च क्लोजिंग के बाद घट जाने एवं एलएमई में 13180 डॉलर से घटकर 12957 डॉलर प्रति टन रह जाने से यहां नौ रुपए गिरकर रसियन प्लेट 968/978 रुपए प्रति किलो रह गयी। इंको के भाव भी पांच  रुपए घटाकर बोले गये, लेकिन व्यापार कमजोर रहा। कैडमियम भी बुकिंग रेट घटने से दो/तीन रुपए गिरकर रॉड 265 रुपए एवं प्लेट 278 रुपए के निम्नस्तर पर आ गये।