अस्थाई रूप से जेट एयरवेज की सेवाएं बंद

मुंबई, 17 अप्रैल (वार्ता) : वित्तीय संकट से गुजर रही निजी विमान सेवा कंपनी जेट एयरवेज ने नकदी की कमी के कारण गुरुवार से अपनी सेवाएं अस्थाई रूप से बंद करने की घोषणा की है। उसकी अंतर्राष्ट्रीय उड़ानें 11 अप्रैल की रात से ही बंद हैं। कंपनी ने बताया कि ऋणदाताओं के कंसोर्टियम से फौरी नकदी नहीं मिलने के कारण वह विमान ईंधन तथा अन्य महत्त्वपूर्ण सेवाओं के लिए भुगतान करने की स्थिति में नहीं है। इसलिए वह परिचालन बंद करने पर मजबूर है। उसने तत्काल प्रभाव से सभी उड़ानें बंद करने की घोषणा की है। उसकी आखिरी उड़ान बुधवार रात होगी। उसने कहा कि वह अब बोली प्रक्रिया का इंतजार करेगी। भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) के नेतृत्व में आठ बैंकों के कंसोर्टियम ने ऋण समाधान के तहत कंपनी की 75 प्रतिशत तक हिस्सेदारी बेचने के लिए बोली प्रक्रिया शुरू की है। बोली प्रक्रिया 10 मई को पूरी होगी। इससे साफ है कि कम से कम एक महीने के लिए एयरलाइन की सभी उड़ानें रद्द रहेंगी। तकनीकी बोली जमा कराने की अंतिम तिथि 12 अप्रैल थी। कंसोर्टियम ने बताया है कि कुछ खरीरदार सामने आये हैं और पात्र खरीददारों को निविदा दस्तावेज भेजे गए हैं। वित्तीय निविदा जमा कराने की आखिरी तारीख 30 अप्रैल है। एयरलाइन ने प्रेस विज्ञप्ति में कहा कि कंसोर्टियम की ओर से भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) ने मंगलवार रात जेट एयरवेज को बताया था कि वे अंतरिम राहत राशि जारी करने में असमर्थ हैं। चूँकि ऋणदाताओं या किसी अन्य स्रोत से तत्काल ज़रूरत की राशि नहीं मिल रही है, एयरलाइन परिचालन जारी रखने के लिए विमान ईंधन या अन्य ज़रूरी सेवाओं का भुगतान करने में समर्थ नहीं है। इस कारण जेट एयरवेज तत्काल प्रभाव से सभी अंतर्राष्ट्रीय तथा घरेलू उड़ानें रद्द करने के लिए विवश है।