चुनाव में सभी बड़े राजनीतिक घरानों की प्रतिष्ठा लगी दांव पर

हरियाणा में होने जा रहे लोकसभा चुनाव में इस बार प्रदेश के सभी बड़े राजनीतिक घरानों की प्रतिष्ठा दांव पर लग गई है। भाजपा द्वारा सबसे पहले प्रत्याशी घोषित किए जाने के बाद कांग्रेस, जेजेपी-आप गठबंधन, इनेलो और बसपा-एलएसपी गठबंधन की ओर से सभी उम्मीदवारों की घोषणा हो चुकी है और जिस तरह से सभी पार्टियों ने दिग्गज नेताओं और युवा चेहरों को चुनाव मैदान में उतारकर इस चुनावी मैदान को काफी रोचक बना दिया है। 
हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के परिवार की परंपरागत सीट रोहतक से उनके बेटे सांसद दीपेंद्र हुड्डा चौथी बार चुनाव मैदान में हैं। इससे पहले वे रोहतक से लोकसभा के तीन चुनाव जीत चुके हैं। दीपेंद्र से पहले उनके पिता भूपेंद्र हुड्डा चार बार रोहतक से सांसद व दो बार मुख्यमंत्री रह चुके हैं। रोहतक और सोनीपत संसदीय क्षेत्रों को हुड्डा परिवार का गढ़ माना जाता है। रोहतक के साथ लगती सोनीपत सीट से कांग्रेस आलाकमान ने खुद भूपेंद्र हुड्डा को चुनाव मैदान में उतार दिया है। हरियाणा की राजनीति में अब तक सबसे प्रभावशाली रहे चौटाला परिवार की प्रतिष्ठा प्रदेश की 4 सीटों के साथ जुड़ गई है। इनेलो प्रमुख ओम प्रकाश चौटाला के बड़े बेटे अजय चौटाला इन दिनों उनके साथ ही तिहाड़ जेल में सज़ा काट रहे हैं। पिछले दिनों परिवार में आई राजनीतिक दरार और पार्टी के दोफाड़ होने के बाद अजय चौटाला के समर्थकों और उनके बेटों ने अलग से जननायक जनता पार्टी का गठन कर लिया था। अजय चौटाला के बड़े बेटे सांसद दुष्यंत चौटाला हिसार से केंद्रीय मंत्री बीरेंद्र सिंह व विधायक प्रेमलता के आईएएस रहे बेटे बृजेंद्र सिंह और भजन लाल के पौत्र भव्य बिश्नोई के मुकाबले चुनाव लड़ रहे हैं। इस सीट पर चौटाला परिवार के साथ-साथ भजन लाल परिवार और केंद्रीय मंत्री बीरेंद्र सिंह के परिवार की भी प्रतिष्ठा जुड़ गई है। अजय चौटाला के छोटे बेटे दिग्विजय चौटाला सोनीपत से पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र हुड्डा के मुकाबले चुनाव मैदान में है। हरियाणा में जेजेपी और आम आदमी पार्टी के बीच गठबंधन हैं और जेजेपी 7 सीटों पर और ‘आप’ 3 सीटों पर चुनाव लड़ रही है। इधर अभय चौटाला के बेटे अर्जुन चौटाला इनेलो प्रत्याशी के तौर पर कुरुक्षेत्र से मैदान में है। इस सीट से 2004 में अभय चौटाला ने भी लोकसभा चुनाव लड़ा था लेकिन वे सफल नहीं हो पाए थे। इसके अलावा सिरसा सीट को भी चौटाला परिवार की प्रतिष्ठा से जोड़कर देखा जा रहा है। इस संसदीय क्षेत्र से इनेलो के मौजूदा सांसद चरनजीत सिंह रोड़ी चुनाव मैदान में हैं।
हरियाणा में लंबे समय तक मुख्यमंत्री और केंद्र मेें रेलवे एवं रक्षा मंत्री रहे बंसी लाल की पौत्री और कांग्रेस विधायक दल की नेता श्रीमती किरण चौधरी एवं पूर्व मंत्री स्व. सुरेंदर सिंह की बेटी श्रुति चौधरी भिवानी-महेंद्रगढ़ सीट से कांग्रेस टिकट पर मैदान में हैं।  हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री स्व. राव वीरेंद्र सिंह के बेटे व केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह गुड़गांव सीट से चुनाव मैदान में हैं। राव परिवार पहले महेंद्रगढ़ सीट से चुनाव लड़ता रहा है और गुड़गांव अलग सीट बनने के बाद पिछले दो चुनावों से राव इंद्रजीत पहले कांग्रेस टिकट और फिर भाजपा टिकट पर इस क्षेत्र से सांसद चुने गए और केंद्र में मंत्री हैं। इससे पहले राव वीरेंद्र सिंह चार बार महेंद्रगढ़ से सांसद रह चुके हैं और राव इंद्रजीत भी महेंद्रगढ़ और गुड़गांव से चार बार सांसद बन चुके हैं। राव वीरेंद्र सिंह का परिवार हरियाणा का बड़ा राजनीतिक परिवार है और दक्षिणी हरियाणा में करीब एक दर्जन से ज्यादा विधानसभा सीटों पर हार-जीत में प्रमुख भूमिका निभाता है। इस बार कांग्रेस ने राव इंद्रजीत के मुकाबले कैप्टन अजय यादव को चुनाव मैदान में उतारा है। अब तक वे 7 बार चुनाव लड़कर 6 बार विधायक व मंत्री रहे हैं। इस बार दोनों परिवारों की प्रतिष्ठा इस चुनाव से जुड़ गई है।  अंबाला से इस बार पूर्व केंद्रीय मंत्री कुमारी शैलजा कांग्रेस टिकट पर चुनाव मैदान में हैं। वे दो बार सिरसा से और दो बार अंबाला से सांसद रह चुकी हैं। इस समय वे राज्यसभा सांसद हैं। शैलजा के पिता स्व. पूर्व केंद्रीय मंत्री दलबीर सिंह भी चार बार सिरसा से सांसद रहे और केंद्र सरकार में मंत्री रहे। इस बार शैलजा के परिवार की प्रतिष्ठा अंबाला में दांव पर है। इसके अलावा कांग्रेस की ओर से करनाल से चुनाव लड़ रहे कांग्रेस विधायक व पूर्व स्पीकर कुलदीप शर्मा के पिता चिरंजी लाल शर्मा चार बार करनाल से सांसद रह चुके हैं। चिरंजी लाल शर्मा ने सुषमा स्वराज को भी करनाल से कई बार पटखनी दी थी। अब कुलदीप शर्मा के मैदान में आने से इस परिवार की प्रतिष्ठा दांव पर लग गई है। केंद्रीय मंत्री कृष्ण पाल गुज्जर फरीदाबाद से चुनाव लड़ रहे हैं। वे कई बार प्रदेश में विधायक, मंत्री, प्रदेश भाजपाध्यक्ष और विधायक दल के नेता रहे हैं। पिछली बार उन्होंने कांग्रेस के अवतार भड़ाना को हराया था। अवतार भड़ाना फरीदाबाद सीट से 3 बार सांसद रह चुके हैं और दो बार वे दूसरे स्थान पर रहे। इस बार प्रदेश के दोनों बड़े गुज्जर परिवारों में दिलचस्प मुकाबला होने जा रहा है। 
मो. 98554-65946