मानशाहीया एवं खैहरा को अध्यक्ष का आमंत्रण

चंडीगढ़, 3 मई (एन.एस. परवाना): पंजाब विधानसभा के अध्यक्ष राणा के.पी. सिंह ने आम आदमी पार्टी को छोड़ चुके 2 विधायकों सुखपाल सिंह खैहरा (भुलत्थ) एवं नाजर सिंह मानशाहीया (मानसा) को नोटिस दिया है कि आब 21 मई को प्रात: 11 बजे मुझे चंडीगढ़ में मिलकर यह स्पष्टीकरण दो कि क्यों न आपके विधायकी से दिए त्यागपत्र स्वीकृत कर लिए जाएं? क्या यह जैनुअन भी हैं और कायदे कानून पर पूरे उतरते हैं? यहां यह बात वर्णनीय है कि स. मानशाहीया ने कुछ दिन पहले मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्द्र सिंह को मिलकर घोषणा की थी कि मैं आम आदमी पार्टी से त्यागपत्र देकर कांग्रेस में शमूलियत अख्तियार कर ली है। उन्होंने 2 लाइनों का विधायकी से त्यागपत्र भी लिखकर स्पीकर के सचिवालय को भेज दिया था। स्पीकर यह चैक करना चाहते हैं कि स. मानशाहीया ने किसी के दबाव में आकर तो त्यागपत्र नहीं दिया? जहां तक स. खैहरा के केस का सम्बन्ध हैं, उनके विरुद्ध 2 अलग-अलग केस चल रहे हैं। इसमें उनको दल-बदलू विरोधी कानून का उल्लंघन करने के आरोप में विधायकी से अयोग्य करार देने की मांग की गई है और दूसरे केस में उन्होंने लगभग 3 पन्नों पर आधारित अफसाने की शक्ल में कैप्टन अमरेन्द्र सिंह की सरकार पर पंजाब की पूर्व अकाली-भाजपा सरकार के विरुद्ध कई तरह के गंभीर आरोप लगाकर विधायकी से त्यागपत्र दे दिया हुआ है। स. मानशाहीया का त्यागपत्र तो स्वीकृत कर लिए जाने की संभावना है क्योंकि उसमें कोई इफ एंड बटस वाली कोई बात नहीं और केवल दो लाइनों पर आधारित है जबकि स. खैहरा के केस में स्पीकर राणा राजनीति की झलक देखते महसूस करते हैं। 21 मई को लोकसभा चुनावों हेतु पोलिंग प्रोसैस भी पूर्ण हो जाएगा।