आयात पड़ता महंगा होने से उड़द-तुअर-मसूर-चना उछले : चावल भी तेज़

नई दिल्ली, 12 मई (एजेंसी): गत सप्ताह आयातकों द्वारा पड़ते के अभाव में मुम्बई, चेन्नई, मुंदड़ा सहित सभी बंदरगाहों पर पड़ते के अभाव में दलहनों के भाव 200/250 रुपए बढ़ा दिये गये, जिसके चलते यहां भी सभी दालों में सरपट तेजी आ गयी। आयात महंगा होने के साथ-साथ घरेलू उत्पादन भी घटा है, जिससे भविष्य में 50/100 रुपए के करेक्शन के बाद उक्त सभी दलहनों में 400/5 00 रुपए की और तेजी लग रही है। उधर बासमती चावल में भी धान की भारी किल्लत हो जाने से 200/300 रुपए की और तेजी आ गयी तथा आगे और तेजी लग रही है। आलोच्य सप्ताह तुअर की आवक नीमच, मंदसौर के साथ-साथ बिहार के नगरउटारी लाइन से मंडियों में गत वर्ष की समान अवधि की तुलना में 40 प्रतिशत रह गयी, जिसके चलते दिल्ली, कटनी की मिलों में पड़ते में 250/300 रुपए बढ़ाकर 8-13 प्रतिशत कचरी वाले माल के भाव बोलने  लगे। उधर म्यांमार में भी 50/55 डॉलर प्रति टन भाव बढ़ जाने से चेन्नई में आयातक 200 रुपए बढ़ाकर 5500 रुपए लेमन तुअर के भाव बोलने लगे। मुम्बई में भी उसी अनुपात में बोल रहे थे। इसके प्रभाव से यहां भी लेमन तुअर 200 रुपए छलांग लगाकर 5700 रुपए हाजिर में एवं फुल मई की 5800 रुपए बिक गयी। दाल के भाव भी 200/300 रुपए तेज बोलने लगे। इसके अलावा उड़द भी हाजिर माल की कमी होने एवं म्यांमार से आयात पड़ता महंगा हो जाने से 350 रुपए छलांग लगाकर एसक्यू 5950 रुपए एवं एफएक्यू 5000 रुपए पर जा पहुंची। कोटा व चंदौसी लाइन के देसी माल भी इसी अनुपात में तेज बोले गये। दाल के भाव भी 300/400 रुपए तेज हो गये। इसके अलावा मूंग नई फसल आने के बावजूद फसल में पोल आने से एमपी की दुबारा 200 रुपए उछल गयी। इधर जोधपुर लाइन की भी नीचे में 6500 रुपए बिकने के बाद 6700 रुपए की ऊंचाई पर जा पहुंची। दाल छिलका व धोया में भी इसी अनुपात में तेजी आ गयी। प्रयागराज, कानपुर, रांची, नवादा लाइन की मूंग आने में अभी 25 दिन का समय और लगेगा तथा पहली फली में पोल आने से इसमें भी नये माल से पहले 200/300 रुपए की और तेजी लगने लगी है। मसूर भी बिल्टी में 4200 रुपए बिकने के बाद 4475 रुपए की ऊंचाई पर जा पहुंची। छोटी मसूर में भी 200/300 रुपए बढ़ गये। उत्पादन में कमी को देखकर अभी और तेजी के आसार बन गये हैं।