चुनाव कर्मी को खाना खिलाने के आदेशों ने मिड-डे-मील वर्करों को फंसाया

सुनाम ऊधम सिंह वाला, 16 मई (रामेश गर्ग): चुनाव कमिशन द्वारा नई पहल करते इस बार पंजाब में पोलिंग बूथों पर तैनात चुनाव कर्मी को खाना मुहैया करवाने की जिम्मेवारी मिड-डे-मील वर्करों को सौंपी गई पर इस संबंधी उनको दिए जाने वाले मान भते के बारे में स्थिती असपष्ट होने और पोलिंग वाले दिन अपने मत का इस्तेमाल न कर सकने का खदसा पैदा होने के कारण मिड-डे-मील वर्करों में भारी रोष पाया जा रहा है। आज सुनाम में हुई मिड-डे-मील वर्करों की बैठक के बाद जत्थेबंदी के ज़िला अध्यक्ष बीबी जसमेल कौर बीर कलां ने कहा कि सरकार द्वारा मिड-डे-मील वर्करों को जारी एक पत्र से आदेश दिया गया है कि 19 मई को होने वाली चुनावों से एक दिन पहले 18 मई को बाद दोपहर 3 बजे निर्धारित किए गए पोलिंग स्टेशनों पर उपस्थिती यकीनी बनाई जब कि उस दिन वर्कर अपने स्कूलों में भी बच्चों के लिए खाना तैयार करेंगे। बीर कलां ने कहा कि प्रशासन द्वारा उनको रसत की उपलब्धी के बारे में अभी तक स्पष्ट न करने पर प्रशासन द्वारा अपने तौर पर स्कीम के कारण वर्करों को डर सता रहा है। कि इस सेवा भावना में जहां उनको अपना खीसा खाली करना पड़ेगा। इस मौके सीटू के प्रांतीय नेता देव राज वर्मा, सर्बजीत सिंह वड़ैच आदि ने सरकार के इस फैसले पर सख्त किंतू परन्तु करते कहा कि एक ओर तो चुनाव कमिशन ज्यादा से ज्यादा पोलिंग प्रतिशत दर्ज करवाने के लिए पूरा जोर लगाया हुआ है वहां ही इस फैसले से राज्य भर में करीब 50 हज़ार मिड-डे-मील वर्करों के वोट का इस्तेमाल करने पर भी सवालियां चिन्ह लग गया है। इस मौके पर निर्मला कुमारी, दर्शना देवी, जसवीर कौर, गुरजंट सिंह दिड़बा, शिव दयाल आदि ने भी बैठक को संबोधित किया।