भारतीय पेशेवर को एच-1बी वीज़ा देने से मना करने पर अमरीकी सरकार पर मुकद्दमा

वॉशिंगटन , 17 मई (भाषा) : सिलिकॉन वैली की एक आईटी कंपनी ने एक उच्च शिक्षित भारतीय पेशेवर को एच -1 बी वीज़ा देने से इन्कार करने पर अमरीकी सरकार के खिलाफ मुकद्दमा दायर किया है। कंपनी ने इस फैसले को मनमाना और अधिकारों का स्पष्ट दुरुपयोग बताया है। जेट्रा सॉल्यूशंस ने अपने मुकद्दमे में आरोप लगाया है कि अमेरिकी नागरिकता एवं आव्रजन सेवा (यूएससीआईएस) ने प्रहर्ष चंद्र साई वेंकट अनीसेट्टी को अनुचित तरीके से एच-1 बी वीज़ा देने से मना किया है। उन्हें बिजनेस सिस्टम एनालिस्ट के रूप में नियुक्त किया गया था। इसमें कहा गया है कि वेंकट की तरफ से कंपनी के एच-1 बी वीज़ा आवेदन को इस आधार पर खारिज कर दिया कि वेंकट को जिस नौकरी की पेशकश की गई है वह एच-1 बी वीज़ा के लिए पात्र नहीं है। एच-1 बी वीज़ा विशेष योग्यता के कामों के लिए मिलता है। कंपनी ने अमरीका की ज़िला अदालत से यूएससीआईएस के आदेश को निरस्त करने का आग्रह करते हुए कहा कि वीज़ा आवेदन को अमान्सय का पर्याप्त आधार नहीं दिए गया हैं और यह एक  मनमाना तथा बिना सोचा समझा निर्णय है और यह प्राप्त अधिकारों का स्पष्ट दुरुपयोग है।