संसद में विपक्षी बेंच पर कभी नहीं बैठा मंडी का सांसद


*मंडी से सांसद केंद्र में सत्तारूढ़ दल का या समर्थन करने वाली पार्टी से रहा
*मंडी महासू के नाम से 2 सदस्यीय सीट रही है मंडी  
*रानी अमृत कौर और गोपी राम रहे हैं मंडी के पहले कांग्रेस सांसद 
चैलचौक, 21 मई (बी.के. ठाकुर) : सीएम जयराम ठाकुर के गृह संसदीय क्षेत्र मंडी लोकसभा का सांसद 1952 से लेकर अब तक संसद में विपक्षी बेंच पर कभी नहीं बैठा है। आज दिन तक मंडी से जो भी सांसद रहा वह या तो केंद्र में सत्तारूढ़ दल का होता है या फि र केंद्र सरकार का समर्थन करने वाली पार्टी से होता है। 1952 से लेकर 1972 तक यहां से कांग्रेस की जीत हुई और केंद्र में भी कांग्रेस की ही सरकारें बनी और सांसद सत्तारूढ़ दल के साथ रहा। 1977 में पहली बार जनता लहर में केंद्र में जनता पार्टी की सरकार बनी तो मंडी से जनता पार्टी के ठाकुर गंगा सिंह सांसद बने। 1980 व 1984 में फि र से कांग्रेस के सांसद जीते और केंद्र में भी कांग्रेस की ही सरकारें बनी। 1989 में पहली बार भाजपा के उम्मीदवार महेश्वर सिंह जीते और केंद्र में बनी वीपी सिंह की सरकार को भाजपा ने भी समर्थन दिया यानि महेश्वर सिंह ने भी पक्ष में ही काम किया। 1996 में कांग्रेस के पंडित सुखराम जीते, केंद्र में कांग्रेस की सरकार तो नहीं बनी मगर देवेगौड़ा व इंद्र कुमार गुजराल की सरकारों को कांग्रेस का समर्थन रहा और पंडित सुखराम भी पक्ष में ही रहे। 1998 व 1999 में महेश्वर सिंह फि र जीते और इस दौरान केंद्र में एनडीए की सरकारें बनी जिसमें महेश्वर सिंह सत्तारूढ़ दल के सांसद रहे। 2004, 2009 व 2013 (उपचुनाव) में कांग्रेस जीती व केंद्र में कांग्रेस नीत यूपीए सरकार का हिस्सा यहां के सांसद बने।