कपिल-युवराज जैसा कारनामा कर सकते हैं हार्दिक पांड्या


नई दिल्ली, 22 मई (वार्ता) : पूर्व कप्तान कपिल देव ने 1983 में भारत को पहला विश्व कप जिताने और इसके 28 साल बाद ऑलराउंडर युवराज सिंह ने 2011 में भारत को फिर से चैंपियन बनाने में जो कारनामा किया था वही कारनामा ऑलराउंडर हार्दिक पांड्या इंग्लैंड की जमीन पर होने वाले विश्वकप में कर सकते हैं। कपिल, युवराज और पांड्या तीनों ही जबरदस्त ऑलराउंडर हैं जो गेंद और बल्ले के साथ टीम को अकेले अपने दम पर जीत दिला सकते हैं। कपिल ने 1983 के विश्वकप में अपनी कप्तानी में भारत को पहली बार विश्व चैंपियन बनाया था जबकि 2011 के विश्वकप में ‘मैन ऑफ द टूर्नामेंट’ बने युवराज ने भारत को फिर से विश्व विजेता बनाने में अहम भूमिका निभाई थी। जो काम कपिल और युवराज ने किया था वही काम करने की क्षमता मुंबई के ऑलराउंडर पांड्या में मौजूद है। एक सर्वे में 50 फीसदी से अधिक भारतीयों ने पांड्या के लिये कहा है कि वह इस विश्वकप में भारत के ट्रंप कार्ड साबित हो सकते हैं। अब से दो साल पहले इंग्लैंड की जमीन पर हुयी आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल में पांड्या ने पाकिस्तान के खिलाफ मात्र 43 गेंदों पर चार चौकों और 6 छक्कों की मदद से 76 रन की तूफानी पारी खेली थी।