मुकलावा  फिल्म दिखाएगी पंजाब की पुरानी शादियों का नज़ारा

एमी विर्क और ‘वाइट हिल स्टूडियो’ दोनों में एक समानता है। दोनों की ही इस समय पंजाबी फिल्मों में तूती बोलती है। एक की फिल्मों में बतौर कलाकार और दूसरे की बतौर निर्माता। ‘वाइट हिल स्टूडियो’ की ओर से रिलीज़ की ज्यादातर फिल्में कारोबार के पक्ष से इतनी सफल रही कि नए कीर्तिमान स्थापित हो गये। उसी तरह एमी विर्क ने गायकी के तौर पर एक से दूसरी, दूसरी से तीसरी ऐसी फिल्में की, जिन्होंने उनको अदाकारी में स्थापित कर दिया।अब एमी की सोनम बाजवा और अन्य कलाकारों के साथ सजी फिल्म ‘मुकलावा’ रिलीज़ होने जा रही है। 24 मई को आने वाली इस फिल्म का ट्रेलर देखकर दर्शकों में उत्सुकता इसीलिए बढ़ी है, क्योंकि नई पीढ़ी को इस बात का ज्ञान नहीं कि उनके पिता, दादा, पड़दादा के समय विवाह का माहौल कैसा था। अब तो विवाह से पहले लड़का लड़की को फोन कर लेता है, बातें होती हैं, मज़री से शादी का रुझान है, लेकिन पहले विवाह किस्मत की पुड़ी की तरह होते थे। लड़की को ससुराल पहुंचने पर ही पता चलता था कि उसका जीवन साथी कैसा है। वैसे ही लड़के को घर पहुंच कर ही लड़की का चेहरा दिखता था। उसी दौर को प्रस्तुत करती इस फिल्म और पहले आ चुकी फिल्मों के बारे में एमी विर्क का कहना है कि हर फिल्म का विषय अलग था और अलग विषय होना भी चाहिए। दर्शक एक जैसी चीज़ बार-बार नहीं देख सकते। ‘अंग्रेज़’ में मेरा छोटा लेकिन प्रभावशाली किरदार था। ‘किस्मत’ की कहानी और तरह की थी। बिल्कुल ऐसे ‘मुकलावा’ का विषय अलग है। यह विषय सभी का है। पहले काली-सफेद तस्वीरों का दौर था, उससे पहले तस्वीरें भी नहीं थी। सिर्फ सुनी-सुनाई बातें हैं कि तब विवाह कैसे होते थे। नई पीढ़ी क्या जाने कि विवाह हफ्ता-हफ्ता चलते होते थे। इस फिल्म में पुराने विवाहों का नज़ारा पेश किया गया है।

-स्वर्ण सिंह टहिणा