फिर मोदी का जोरदार वार

हमारे देश में लोग पाकिस्तान से इतनी नफरत करते हैं कि मौजूदा लोकसभा चुनाव में लोग पाकिस्तान के खिलाफ की गई सर्जिकल स्ट्राइक और एयर स्ट्राइक की तरफ ज्यादा झुक गये और जो देश के असली मुद्दे थे, जैसे गरीबी, भ्रष्टाचार, विकास, बेरोज़गारी, नोटबंदी, जी.एस.टी. आदि चुनावों मेें गायब रहें। यही कारण है कि राजग पहले से ज्यादा सीटों पर विजयी हो गया। मोदी भारी मेहनत करके (146 रैलियां और सभाएं) अपनी जीत पक्की कर गये और वह बधाई के पात्र भी हैं। कुछ महीने पहले बालाकोट हुआ और फिर एयर स्ट्राइक, मोदी ने राष्ट्रवाद को लेकर जो बात कही, वह भी लोगों के दिलों में घुस गई। राहुल गांधी का अमेठी सीट से हारना यह दर्शाता है कि राहुल ने अमेठी के लिए ज्यादा काम किया ही नहीं। कांग्रेस का प्रदर्शन सबसे बेहतर पंजाब में रहा, जबकि अकाली-भाजपा कुछ खास कमाल नहीं कर पाए। इसका मतलब यह है कि पंजाब के लोग समझदार हैं और वह गुमराह नहीं होते हैं। उत्तर प्रदेश में अमित शाह ने कहा था कि 73 से ज्यादा सीटें आयेंगी, लेकिन इसमें मोदी, शाह और भाजपा कामयाब नहीं हुई, लेकिन सपा-बसपा के गठबंधन के बावजूद भाजपा को 50 से ऊपर सीटें आना कामयाबी ही मानी जाएगी और इसका मतलब एक और कि जातीय समीकरण ने उत्तर प्रदेश में ज्यादा काम नहीं किया। वैसे परिणामों पर दृष्टि डाली जाए तो राजग को पिछली बार से थोड़ा नुक्सान हुआ और संप्रग को फायदा हुआ। कई राज्यों में कांग्रेस का खाता तक नहीं खुला जैसे उत्तराखंड, बिहार, हिमाचल प्रदेश, हरियाणा आदि। मध्य प्रदेश में भी कांग्रेस का प्रदर्शन खराब रहा। पश्चिम बंगाल में अमित शाह ने 23 सीटों का दावा किया था, वह पूरा नहीं हुआ, लेकिन ममता के गढ़ में भाजपा को अच्छी सीटें मिलीं। इस बार के लोकसभा चुनाव परिणामों से तो यही लगता है कि मोदी की सुनामी में पूरा विपक्षी खेमा ही बह गया है। जहां मोदी के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन को 353 के लगभग सीटें मिली हैं, वहीं कांग्रेस के नेतृत्व वाला संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन मात्र 92 सीटें ही प्राप्त कर सका है। कांग्रेस की ऐसी दुर्गति शायद ही कभी हुई होगी। प्रियंका गांधी ने भी चुनाव प्रचार के दौरान खूब मेहनत की लेकिन वह भी कांग्रेस की डूबती नैय्या को नहीं बचा पाई। सोनिया गांधी बेशक अपनी रायबरेली सीट बचाने में सफल रही हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने जीत के बाद देश की जनता का धन्यवाद करते हुए कहा है कि उसने फकीर की झोली भर दी है।