जनगणना क्यों होती है ?

* दीदी मैं जानना चाहता हूं कि आखिर जनगणना होती क्यों है?
— सरकारों द्वारा जनगणना कराने की परम्परा उतनी ही पुरानी है जितनी कर वसूलन और सेना गणित करना। प्राचीन समय में जनगणना कराने के पीछे शासक का उद्देश्य होता था कि वह कितने लोगों को युद्ध पर भेज सकता था और कितना पैसा एकत्र कर सकता था। चूंकि लोग इस किस्म की जनगणना से परेशान होते थे इसलिए वह उसे गलत करने का हर संभव प्रयास करते थे।
* जनगणना में क्या-क्या बातें मालूम की जाती हैं?
— अधिकतर देशों में साधारण बातें मालूम की जाती हैं जैसे-घर में रहने वाले व्यक्तियों की आयु, इनका आपस में संबंध, उनका जन्म स्थान और राष्ट्रीयता, उनका कार्य और किसके लिए वह काम करते हैं। कुछ प्रश्न विवाह तिथि और बच्चों की संख्या के संबंध में भी होते हैं। कृषि के आंकड़े भी शामिल किये जा सकते हैं, मसलन कितने एकड़ भूमि है और किस किस्म के मवेशी हैं।
* यह जानकारी हासिल करने के बाद क्या होता है?
— जब पूरी जानकारी एकत्र हो जाती है तो आंकड़ों को जोड़कर उन्हें विभिन्न श्रेणियों के अनुसार रख दिया जाता है। फिर वह सरकार के लिए लाभकारी होते हैं।
* जनगणना से यह भी मालूम होता है कि जनसंख्या घट रही है या बढ़ रही है।
— हां! और यह भी कि लोग शहरों की तरफ जा रहे हैं या गांवों की तरफ। यह भी मालूम होता है कि सामाजिक स्थितियां बेहतर हो रही हैं या बदतर। साथ ही यह भी कि कौन से उद्योग फैल रहे हैं और कौन से धीमें पड़ रहे हैं। जनगणना से यह भी पता चलता है कि जन प्रतिनिधि कितनी जनसंख्या पर चुने जा रहे हैं। जनगणना कानून बनाने में भी मदद करती है और आर्थिक, सामाजिक व व्यापारिक योजनाएं भी इसकी मदद से बनती हैं।