बासमती चावल में 10 रुपए किलो की और तेजी के आसार

नई दिल्ली, 2 जून (एजेंसी): बासमती प्रजाति के सेला व स्टीम चावल में आई भारी तेजी के बाद मुनाफावसूली बिकवाली आने से 200/300 रुपए प्रति क्विंटल का मंदा आ गया है। यह मंदा केवल बाजारों में है। जबकि राइस मिलें धान के ऊंचे भाव व किल्लत को देखते हुए घटाकर बेचू नहीं आ रही हैं। इसे देखते हुए बाजार एक-दो दिन और खामोश रहने के बाद फिर तेजी का यू-टर्न ले लेगा। अत: घटे भाव में बासमती प्रजाति के सभी चावल की लिवाली लाभदायक रहेगी। नये धान के लिए पौध हरियाणा-यूपी में पड़ने शुरू हो गये हैं। इसकी रोपाई 20 जून के बाद हरियाणा, पंजाब में शुरू हो जाएगी, लेकिन नई फसल सितम्बर अंत एवं अक्टूबर में आएगी। अत: 1121 एवं 1509 सहित सभी बारीक प्रजाति के धान की राइस मिलों में किल्लत होने से भविष्य में भारी तेजी की संभावना बन गयी है। फिलहाल गत 20 दिनों के अंतराल 1000 रुपए क्विंटल की चावल में तेजी आने के बाद गत तीन दिनों से मुनाफावसूली बिकवाली आने से 1121 सेला चावल 200 रुपए घटकर 8100 रुपए क्विंटल यहां रह गया। चावल 1509 सेला भी जो 7900 बोल गये थे, उसके भाव 7700 रुपए में रिसेलर बेचू आ गये हैं। इसी तरह स्टीम चावल में भी क्वालिटीनुसार लैन्थ के हिसाब से 200/300 रुपए घटाकर बेचू आ रहे हैं। अब घटे भाव में एक बार फिर माल खरीदना चाहिए। यह मानते हैं कि उत्तरकाशी, रुद्रपुर लाइन में 1509 साठी धान तैयार खड़ा है तथा उसकी फसल भी बढ़िया बता रहे हैं, लेकिन पाइप लाइन में पीआर-11, 1509 एवं 1121 सहित 1408, 1409 आदि सभी प्रजाति के बारीक धान पूरी तरह समाप्त हो गये हैं तथा हरियाणा व यूपी के मिलों का माल बिका हुआ है। यही कारण है कि तरावड़ी, कैथल लाइन में यूपी का धान काफी ऊंचा बिकने के बाद आज ठहर गया। जून शिपमेंट में कतर के देशों को काफी सेला व स्टीम चावल जाना है। इन हालातों को देखते हुए 200/300 रुपए का जो मंदा आया है, इसमें माल मिले तो खरीदना लाभदायक रहेगा। सेला 1121 चावल 8100 रुपए का 9000 रुपए एवं स्टीम 10000 रुपए जून महीने में बन सकता है।