छोटे ट्रीटमैंट प्लांट करेंगे फैक्ट्रियों का पानी साफ

जालन्धर, 7 जून (शिव शर्मा) : अब तक राज्य में अधिकतर ट्रीटमैंट प्लांट के उत्साहजनक नतीजे न आने के बाद पंजाब सरकार ने राज्य की फैक्ट्रियों के प्रदूषित पानी को छोटे ट्रीटमैंट प्लांट के साथ साफ करने के लिए पहल देनी शुरू कर दी है। पंजाब प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड ने कुछ शहरों में इसके पायलट प्रोजैक्ट की तैयारी कर ली गई है। पंजाब प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड का कहना है कि इस समय राज्य में अलग-अलग तरह का सामान बनाने वाली फैक्ट्रियां हैं, जिनका प्रदूषित पानी वातावरण विशेषज्ञ के लिए चिंता का कारण बना हुआ है क्योंकि कई दरियाओं को यह पानी प्रदूषित कर रहा है। बोर्ड ने हिमाचल प्रदेश के बद्दी सहित एक कंपनी के 10 वाई 10 आकार जिन्हें छोटे ट्रीटमैंट प्लांट को फैक्ट्रियों में स्थापित करने का फैसला किया था और पहले इस पायलट प्रोजैक्ट के तौर पर लुधियाना में लगाया गया था। लुधियाना में अधिकतर डाईंग के यूनिट हैं और डाईंग  के पानी को साफ करने में यह छोटे ट्रीटमैंट सफल हुए हैं। लुधियाना में इस तरह के दो प्लांट स्थापित किये गए हैं। प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड मुताबिक पहला इस प्लांट में डाईंग यूनिटों का पानी साफ करवाया गया था। जालन्धर में अधिकतर निकल चढ़ाने वाले यूनिट हैं, जिस कारण अब जालन्धर में भी इस तरह का पायलट प्रोजैक्ट लगाया जाएगा। बोर्ड का कहना है कि यह प्लांट फैक्ट्रियों में आम लगाए जा सकते हैं, जिससे फैक्ट्रियों से प्रदूषण घटाने में काफी सफलता मिलेगी। पंजाब प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड के सीनियर अधिकारी इंजी. हरबीर सिंह का कहना था कि जिस स्थान पर भी छोटे आकार वाले ट्रीटमैंट प्लांट लगाए गए हैं, उस स्थान पर इसके लगाने के काफी अच्छे नतीजे सामने आए हैं। यह छोटे प्लांट इसलिए भी कामयाब हैं जिनको फैक्ट्रियों वाले भी लगा सकते हैं।