बिलों में कई टैक्स वसूलने पर भी लोगों को नहीं मिल रही राहत
जालन्धर, 9 जून (शिव शर्मा): पंजाब के लोगों के बिजली बिलों में विभिन्न प्रकार के टैक्सों की राशि शामिल की जाती है और लोगों से यह राशि वसूल करने के बावजूद जिस काम के लिए इन टैक्सों की वसूली की जाती है उनमें किसी प्रकार का सुधार नहीं हो रहा जिस कारण लोग इस बात से नाराज़ हैं कि यदि वह टैक्सों सहित महंगी बिजली के बिलों की अदायगी करते हैं तो लोगों को इसकी सुविधाएं नहीं मिल रही हैं। यदि किसी के पास बिलों की राशि वसूल की जाती है उसमें तो कई टैक्स तो निगमों व सरकार के हैं जोकि राशियां सरकार या संबंधित विभाग के खाते में चले जाते हैं। पावरकाम द्वारा उपभोक्ताओं से बिजली के बिलों में जो टैक्स वसूल किए जाते हैं, उसमें 20 फीसदी के करीब टैक्स वसूल किए जाते हैं जिस कारण उपभोक्ताओं को इस समय पंजाब की बिजली दूसरे राज्यों से सबसे ज्यादा लग रही है। पावरकाम की बिजली चाहे दूसरे राज्यों के करीब बराबर ही है या फिर कम है परंतु विकास या अन्य टैक्स लगने से बिजली महंगी हो जाती है। बिजली में 20 फीसदी टैक्स लागू किए गए हैं जिनमें 8 फीसदी के करीब बिजली ड्यूटी, 5 फीसदी सामाजिक सुरक्षा फंड, 5 फीसदी बुनियादी ढांचा विकास फंड, 2 फीसदी म्युनिसिपल टैक्स व 1 या दो पैसे के करीब गौ टैक्स वसूल किया जाता है। इसमें चुंगी की वसूली की जाती है। लोगों का कहना है कि वह बिजली के बिलों में यदि कई प्रकार के टैक्सों की अदायगी देते हैं तो इससे लोगों को राहत क्यों नहीं मिल रही। बिजली के बिलों में म्युनिसिपल टैक्स की वसूली की जाती है परंतु कई निगमों या कमेटियां फंड लेने के लिए चंडीगढ़ चक्कर लगाती रहती हैं। कई निगमों ने तो सरकार से अपने हिस्से की बिजली पर चुंगी वसूली की राशि लेनी है परंतु अभी तक उन्हें कई माह की राशि नहीं मिली है। जालन्धर निगम ने ही बिजली से चुंगी वसूली के 11 करोड़ रुपए लेने हैं। लोगों का कहना है कि बिजली बिलों सहित सीमेंट, शराब, तेल टैंकर, गाड़ियों से गौ टैक्स की वसूली की जाती है परंतु यह राशि आवारा गायों की सम्भाल पर क्यों खर्च नहीं की जाती। अभी भी कई शहरों में आवारा पशु कूड़े में से प्लास्टिक के लिफाफों को खाते देखे जा सकते हैं। पावरकाम ने ही सरकार को स्पष्ट सलाह दी थी कि यदि पानी सीवरेज के बिलों की राशि बिजली बिलों में शामिल की गई तो इससे उनकी अपनी वसूली भी प्रभावित हो सकती है। टैक्सों को शामिल करके राज्य में बिजली महंगी होती रही है। अब तक तो बिजली के बिलों में कई टैक्स शामिल कर उन्हें आसानी से वसूलने का काम चलता रहा है परंतु अब पावरकाम बिजली के बिलों में नया टैक्स शामिल करने के लिए तैयार नहीं है। वैसे भी बिजली पिछले 10 वर्षों के दौरान लगातार महंगी हो रही है जिस कारण अब पावरकाम बिजली के बिलों में नए टैक्सों की राशि डालकर उपभोक्ताओं पर और बोझ नहीं डालना चाहता।