सिख संदर्भ पुस्तकालय मामले की जांच हेतु उच्च स्तरीय जांच समिति गठित

अमृतसर, 17 जून (वार्ता) : शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक समिति (एसजीपीसी) ने सिख संदर्भ पुस्तकालय (रैफ्रेंस लायब्रेरी) मामले की जांच के लिए  सोमवार को एक उच्च स्तरीय जांच समिति का गठन किया। एसजीपीसी के प्रधान भाई गोबिन्द सिंह लोंगोवाल द्वारा गठित इस पाँच सदस्यीय जांच समिति में एसजीपीसी के पूर्व प्रधान प्रो. किरपाल सिंह बडूंगर और बीबी जागीर कौर, पूर्व सचिव दलमेघ सिंह, गुरू नानक देव यूनिवर्सिटी से डा. अमर सिंह और एसजीपीसी के मुख्य सचिव डा. रूप सिंह को शामिल किया गया है। उल्लेखनीय है कि जून 1984 में श्री दरबार साहिब पर हुई सैनिक कार्रवाई दौरान जब्त किया गया सिख संदर्भ पुस्तकालय का साहित्यक सामान और अन्य सामान वापिस मिलने के समाचार प्रकाशित होने बाद एसजीपीसी द्वारा इसका खंडन करते हुए मामले की जांच के लिए उच्च स्तरीय जांच समिति के गठन का फैसल किया था। भाई लोंगोवाल ने कहा कि सिख रैफरैंस पुस्तकालय के कीमती सामान सम्बन्धित छपी खबरों की तह तक जाने के लिए बनाई गई समिति पारदर्शी ढंग से जांच करेगी। उन्होंने कहा कि यह मामला सिख कौम की भावनायों के साथ जुड़ा हुआ है, इसलिए जांच समिति 1984 से लेकर अब तक का रिकार्ड पढ़ने के उपरांत अपनी रिपोर्ट देगी। उन्होंने स्पष्ट किया कि यदि इस मामले से सम्बन्धित किसी किस्म की कमी सामने आई तो सख्त  कार्रवाई की जायेगी और यदि आरोप साबित न हुए तो सबंधित समाचार पत्र के ख़िलाफ भी केस अवश्य दर्ज़ होगा।