रमसा के 6 आदर्श व 21 माडल स्कूलों का शिक्षा विभाग में विलय

बटाला, 18 जून (काहलों): पंजाब में राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा अभियान (रमसा) के तहत चलाए जा रहे 27 आदर्श व माडल स्कूल शिक्षा विभाग में मिला लिए गए हैं, जिससे इन स्कूलों में बच्चों को मिलने वाली मुफ्त शिक्षा बंद हो गई है। इस संबंधी अधिसूचना शिक्षा विभाग 29 नवम्बर 2018 को जारी कर चुका है। अब 12 जून को पत्र जारी कर इन 27 स्कूलों में पढ़ रहे विद्यार्थियों व अन्य स्कूलों के अनुसार फीस फंड वसूल करने के निर्देश दिए हैं। इस संबंधी इन स्कूलों से संबंधित ज़िला शिक्षा अधिकारियों को भी पत्र जारी कर दिए हैं। नए आदेश लागू होने से विद्यार्थियों के अभिभावकों पर आर्थिक बोझ बढ़ गया है। अब अभिभावकों को लगभग 2 हज़ार रुपए प्रति बच्चा वार्षिक फीस व फंड देना पड़ेगा। वर्णनीय है कि 2011 में 6 आदर्श स्कूल खोले गए थे, जो पब्लिक प्राइवेट साझेदारी से चल रहे थे। इन स्कूलों में बच्चों को मुफ्त शिक्षा, वर्दी, मिड-डे-मील व अन्य सुविधाएं दी जाती थीं। इन स्कूलों में बठिंडा, फिरोज़पुर, आनंदपुर साहिब, भिक्खीविंड, काहनूवान व कलानौर में एक-एक स्कूल खोला गया था तथा इन सभी स्कूलों को शिक्षा विभाग में मिला लिया गया है। इसी तरह 21 माडल स्कूल जिनमें रामपुरा फूल, संगत, तलवंडी साबो, अबोहर, खुईया सरवर, जलालाबाद, फाज़िल्का, फिरोज़पुर (2), मानसा, बरेटा (2), झुनीर (2), बुढलाडा, मुक्तसर (2), पटियाला, लहरागागा (2), चीमा 1 व वल्टोहा 1 को भी शिक्षा विभाग में शामिल कर लिया गया था। सरकार ने इन स्कूलों में मुफ्त शिक्षा भी बंद कर दी है तथा इन स्कूलों में शेष सरकारी स्कूलों की तरह फीस व फंड लिए जाएंगे। शिक्षा विभाग ने विलय वाले इन स्कूलों की ज़िम्मेवारी को निभाने के लिए प्रिंसीपलों को पूरी तरह पाबंद कर दिया है।