पुलिस अधिकारी ने अपने ही विभाग की नाकामियों को किया जगजाहिर

जसविन्द्र सिंह संधू
फिरोज़पुर, 18 जून:  नशों के खात्मे संबंधी सरकारी दावों के विपरीत जमीनी हकीकत को सामने रखकर सीनियर कप्तान पुलिस फिरोज़पुर संदीप गोयल द्वारा बोले सच्चे शब्दों की दाद देनी बनती है, जिन्होंनें दलेराना ढंग से सच्च बोलते हुए नशों के घर-घर पहुंचने के कारणों, पुलिस में फैली रिश्वतखोरी, लापरवाही, तसकरों के साथ संबंध आदि विभागीय कमियाें को लोक कचिहरी में नंगा करके रख दिया है। सोशल मीडिया पर घूमते वीडियो क्लिप ने एस.एस.पी पुलिस कप्तान संदीप गोयल को जहां हीरो बना दिया है, वहीं देश-विदेश में बैठे पंजाब और पंजाबियों का भला चाहने वाले कह रहे हैं कि उनके पास कोई शब्द नहीं है कि वह एस.एस.पी के पद पर बैठे असल सच्च को उजागर करने वाले संदीप गोयल की प्रशंसा कर सके। बतानेयोगय है कि एस.टी.एफ के मुख्य मैडम गुरप्रीत कौर दियो की आमद पर डिप्टी कमिशनर चन्द्र गैंद और सीनियर कप्तान पुलिस संदीप गोयल की अध्यक्षता में प्रशासन द्वारा गत दिन विधान सभा हल्का ज़ीरा के कसबा मक्खू, विधान सभा हल्का फिरोज़पुर दिहाती, शहरी और गुरुहरसहाए के कसबा लक्खों के बहिराम अंदर प्रशासन द्वारा नशों का सच्च जानने के लिए लगाए गए सैमिनारों में लोगों को बिना किसी डर-भय से सच्च बोलने के दिए गए खुले आहवान दौरान नशे के दैंत द्वारा सुहाग उजाड़ने और घर तबाह करने के रो-रो के सुनाए दुखड़ों ने सभी को झंजोड़ते सरकार और प्रशासन को नशा बिक्री न रोक सकने की बड़ी-बड़ी लाहनते डाली और दोष लगाए कि नशा बिक्री के पीछे पुलिस वर्दी में थानों अन्दर तैनात कालियां भेड़ों का हाथ है। पुलिस की बदनामी होती आंखों देख, कानों सुनी बैठे सीनियर कप्तान पुलिस संदीप गोयल ने जजबाती होते हुए लोगों द्वारा झूठी तारीफों के पुल बांधने की बजाए सच्च का शीशा दिखाने पर धन्यवाद किया। नशा विक्री न रुकने की जिम्मेदारी जिला पुलिस मुख्य होने के नाम पर अपने सिर लेते उन्होंने जहां नशों के मुकम्मल खात्मे के लिए लोगों से 2-3 महीनों का समय मांगा, वहीं नशा तस्करों के साथ-साथ पुलिस वर्दी में घूम रही काली भेड़ों को भी पकड़ने का दायवा किया। 
पुलिस मुलाज़मों की कमियों व नालायकियों को स्वीकार करते हुए उन्होंने कहा कि कानून को लागू करना पुलिस की जिम्मेदारी है, बुढी फरियादी के दर्द सुन इंसाफ देने के लिए हमारे पास समय नहीं है, रिश्वत रूपी पैसे लेने हो तो रात को 3-3 बजे भी कुछ मुलाज़ छापेमारी पर जाने से पीछे नहीं हटते। नशे के खात्मे संबंधी ए.सी.कमरों में बैठ सब कुछ ठीक होने संबंधी फज़र्ी रिपोर्टे सब कुछ ठीक होने संबंधी तैयार कर सरकार को भेजने वाली प्रक्रिया को गलत बताते हुए उन्होंनें कहा कि ठीक है पुलिस की साज़-बाज़ बिना कुछ भी संभव नहीं हो सकता, पर सारी पुलिस चोरी नही है। महिला वर्ग ़खास कर आंगणवाड़ी वर्करों द्वारा नशों के खिलाफ लड़ी जा रही लड़ाई में साथ देने आगे सिर झुकाते हुए एस.एस.पी ने समूह गांवों के नंबरदारों, चौकीदारों, सरपंच आदि लोक नुमाईदों को आगे आने का आहवान करते हुए कहा कि डरो ना, कोई नहीं आपको नुकसान पहुंचाता, बर्बाद हुए घरों को बचाना हमारा फर्ज है। आपके सहयोग की बेहद जरूरत है।
 उन्होंने यह भी कहा कि हर पुलिस अधिकारी बेईमान नहीं है न ही रिश्वत लेता है यह तो कुछ काली भेड़े है जो समूह पुलिस विभाग को द़ागी कर रही है, इनको ब़ख्शा नहीं जाऐगा। उन्होंनें दायवा किया कि वह जमीनी हकीकत जानने के लिए जिले के 600 गांवों में खुद जाएंगे।