11 महीनों से कुवैत में बंदी पत्नी का इन्तजार में पति की हुई मौत

बटाला, 19 जून (काहलों) : थाना धारीवाल के अंतर्गत कृष्णा गली वार्ड नंबर 11 की रोजी रोटी कमाने के चक्कर में विदेश गई एक महिला गैर जिम्मेदार एजैंट के कारण कुवैत में 11 महीने से बंदी बनाकर रखे जाने का समाचार है। जिसको विदेश से वापिस भारत अपने घर धारीवाल लाने की प्रतीक्षा में दर दर की ठोकरें खा चुके परेशान पति की भी आखिर मौत हो गई और अब बच्चों ने विदेश मंत्रालय से मां को वापिस भारत लाने की गुहार लगाई है। जानकारी के अनुसार रोहित बेदी पुत्र स्व. सुरिंदर कुमार बेदी वासी कृष्णा गली नंबर 1 धारीवाल ने अपनी मां वीना (46) संबंधी जानकारी देते बताया कि एजेंट मुख्तयार सिंह वासी खलसिया अमृतसर द्वारा मेरी मां कुवैत में किसी के पास कामकाज के लिए भेजी गई थी। एजैंट ने उस समय उनसे 30 हजार रुपए लिए थे। रोहित ने बताया कि कुवैत जाने के बाद उनकी मां ने एक बार महज पैसे भेजे थे, परंतु उसके बाद कोई पैसा नहीं आया। इस परेशानी के चलते उनके पिता द्वारा थाना धारीवाल में रिपोर्ट दर्ज करवाई गई, जिस पर पुलिस द्वारा की गई कार्रवाई के चलते मुख्तयार सिंह ने उनसे 30 हजार यह कहकर ले लिए कि उनकी मां की वापिसी की टिकट करवानी है, परंतु एजैंट ने उनकी मां को वापिस नहीं मंगवाया। पीड़ित बच्चों ने बताया कि महीने में एक बार उनकी मां का एक मिनट के लिए फोन आता है और मां यही कहती है कि एजेंट से कहा कि उसकी वापिसी टिकट करवा दे और बाद में फोन काट दिया जाता है। दोबारा फोन लगाने पर मां का फोन नहीं मिलता। बच्चों ने बताया कि उनकी मां वीना को कुवैत में बंदी बनाए जाने के कारण परेशानी की हालत में पिछले महीने उनके पिता की हार्ट अटैक आ जाने से मौत हो गई और वो लावारिस हो गए। उन्होंने बताया कि लोन लेकर बनाए गए घर को पिता की मौत के बाद कुर्की के लिए बैंक तैयारी में है। पीड़ित रोहित बेदी (21), बच्ची स्मृद्धि (12) और मोहित बेदी (18) तीनों बच्चों ने प्रशासन से संबंधित एजैंट के खिलाफ कार्रवाई करने और विदेश मंत्रालय से पुरज़ोर मांग लगाई है कि उनकी मां को सही सलामत कुवैत से वापिस भारत लाया जाए। घर की हालत इस समय नाजुक बनी हुई है।