निजी स्कूलों की मनमानी पर नकेल डालने के लिए शिक्षा विभाग द्वारा निर्देश जारी

नरोट जैमल सिंह/ माधोपुर, 23 जून (गुरमीत सिंह/ नरेश मेहरा) : डायरैक्टर शिक्षा विभाग द्वारा राज्य भर में चल रहे अलग-अलग समूह शिक्षा बोर्डों के साथ संबंधित सभी निजी स्कूलों के प्रिंसीपलों तथा मैनेजमैंटों को स्कूलों में पढ़ते विद्यार्थियों की किताबों तथा वर्दियों के संबंध में हिदायतें जारी की हैं जिसके तहत निजी स्कूलों की मैनेजमैंटों को बोर्ड सिलेबस मुताबिक प्रवानित किताबें ही विद्यार्थियों को लगाने तथा इन किताबों की सूची अपने स्कूल की वैबसाइट पर अपलोड करने के आदेश दिए गए हैं। इसके अलावा यदि शिक्षा बोर्ड द्वारा किसी भी कक्षा की किसी किताब का सिलेबस नहीं बदला जाता है तो ऐसी स्थिति में यदि विद्यार्थी पुरानी किताबें खरीदना चाहते हैं तो बच्चों या उनके अभिभावकों को स्कूल या स्कूल प्रबंधकों द्वारा नई किताबें खरीदने के लिए मजबूर नहीं किया जा सकता। इसके साथ ही निजी स्कूलों की मैनेजमैंटों को यह भी हिदायत दी गई है कि एक बार जो स्कूल वर्दी विद्यार्थियों को लगाई जाती है उसको कम से कम तीन साल लगातार जारी रखा जाए। वर्दी का रंग हर साल न बदला जाए। शिक्षा विभाग द्वारा जारी हिदायतों के अनुसार प्राइवेट स्कूलों की चारदीवारी के अंदर किताबें तथा वर्दियां बेचने की मनाही होगी तथा स्कूल या फिर स्कूल मैनेजमैंट द्वारा बच्चों या उनके माता-पिता को किसी खास दुकान या फर्म के सात किताबें तथा वर्दियां खरीदने के लिए मजबूर नहीं किया जाएगा। विभाग द्वारा इन हिदायतों की पालना करने का नोटिफिकेशन जारी किया गया है तथा यदि कोई स्कूल इन हिदायतों की उल्लंघना करता है तो उसकी एन.ओ.सी. रद्द की जा सकती है। इसके अलावा कवित्री ईशा नाज़ ने त्रनुम में उर्दू शायरी पेश कर दर्शकों की वाहवाही लूटी। प्रेम विज ने हिन्दी में अपनी जज्बाती कविता पेश की।