550वें प्रकाशोत्सव समागमों बारे सरकारी पहलकदमी से अकाली चिंतित

जालन्धर, (मेजर सिंह ) 23 जून : पहली पातशाही श्री गुरु नानक देव जी के 550वें प्रकाश दिवस समागमों को सांझे तौर पर मनाने के लिए मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्द्र सिंह द्वारा की पहलकदमी से अकाली लीडरशिप चिंतित हुई नज़र आ रही है। मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्द्र सिंह की रणनीति यह रही है कि अकाली लीडरशिप को उनके खेमे में घेरा जाये। पिछले डेढ़ दो वर्ष कैप्टन सरकार का सारा जोर अकाली लीडरशिप को बेअदबी मामलों में उलझाये रखने में लगा रहा है। अब फिर जब श्री गुरु नानक देव जी के 550वें प्रकाश पर्व को पूरा सिख पंथ बड़ी श्रद्धा तथा उत्साह से मनाने के लिए उत्सुक हो रहा है तो इस सारी सरगर्मी में केंद्र बिन्दू बने रहने के लिए कैप्टन अमरेन्द्र सिंह ने पंजाब सरकार द्वारा समागम करवाए जाने पर सुल्तानपुर लोधी, बटाला तथा डेरा बाबा नानक में अनेक तरह के यादगारी प्रोजैक्टों की योजनाबंदी की है। मुख्यमंत्री द्वारा प्रकाश दिवस समागम सांझे तौर पर मनाने की अपील के साथ मंत्रियों के समूह को शिरोमणि कमेटी तथा श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार के साथ संपर्क करने की पहलकदमी से अकाली लीडरशिप दिक्कत महसूस कर रही है। मुख्यमंत्री की पहलकदमी के जवाब में श्री अकाल तख्त साहिब के कार्यकारी जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह द्वारा इस कदम का स्वागत किया गया है। पंजाब सरकार ने प्रकाश दिवस के समागमों की लंबी चौड़ी योजना बनाई है तथा केंद्र सरकार को भी इन समागमों में शिरकत करने पर वित्तीय पैकेज ऐलान करने के लिए पत्र पेश किया है। आते हफ्ते में मुख्यमंत्री द्वारा प्रधानमंत्री के साथ संभावित मुलाकात में भी यह मुद्दा विचार करने की योजना है, पर केंद्र सरकार में सहयोगी होने के बावजूद अकाली लीडरशिप अभी तक प्रकाश दिवस समागमों के लिए तैयारी में केंद्र से कुछ हासिल करने में कोई भूमिका नहीं निभा सकी।