पाक तस्कर भारत नहीं भेज सकेंगे नशीले पदार्थ

अमृतसर, 8 जुलाई  (सुरिन्द्र कोछड़ )  : इंटेग्रेटिड चैक पोस्ट (आई.सी.पी.) अटारी पर फुल बाडी ट्रक स्कैनर सिस्टम (एफ.बी.टी.एस.एस.) लगाए जाने संबंधी यूनाइटेड स्टेट से पुर्जे व अन्य सामान पहुंचना शुरू हो गया है। हालांकि स्कैनर स्थापित किए जाने को लेकर लैंड पोस्ट अथारिटी आफ इंडिया द्वारा लगातार आयातकों व निर्यातकों को वादों में रखा जा रहा है।बताया जा रहा है कि आई.सी.सी. अटारी पर लगाया जाने वाला 32 फुट गुणा 15 फुट की मिनती वाला स्कैनर पूरी तरह से एक्सरे तकनीक पर आधारित है। विशेष तकनीक से तैयार किए इस स्कैनर से एक बड़े ट्रक की स्कैनिंग के लिए 5 से 7 मिनटों का समय लगेगा जबकि डॉग स्कवैड की सहायता से दस्ती जांच करने पर पूरा एक घंटे का समय लगता है। स्कैनर की सहायता से ट्रकों में छिपाए गए हथियार, विस्फोटक सामग्री, जाली करंसी, नशीले पदार्थ व सोना आदि को आसानी से खोजा जा सकेगा। प्राप्त जानकारी के अनुसार अत्यंत आधुनिक टैक्नालोजी के साथ तैयार किए गए इस स्कैनर को आई.सी.पी. में स्थापित किए जाने के बाद पाकिस्तान द्वारा होने वाली किसी भी किस्म की तस्करी की सम्भावना बिल्कुल समाप्त हो जाएगी। लगभग 23 करोड़ की लागत से यह प्रोजैक्ट 31 अक्तूबर को पूरा किया जाना था। इसके बाद लैंड पोर्ट अथारिटी आफ इंडिया द्वारा दावा किया गया कि इस वर्ष अप्रैल माह में काम पूरा कर लिया जाएगा, जबकि इस कथित अंतिम घोषणा के लगभग दो माह बाद ही ट्रक स्कैनर स्थापित नहीं किया जा सका है। उधर संसदीय सदस्य स. गुरजीत सिंह औजला का कहना है कि आई.सी.पी. अटारी में ट्रक स्कैनर न होने के कारण पाकिस्तान द्वारा भारी मात्रा में नशीले पदार्थ भारत भेजे जा रहे हैं। उन्होंने यह भी आरोप लगाया है कि ट्रक स्कैनर न लगना देश की सुरक्षा से जुड़ा मुद्दा है तथा इस प्रोजैक्ट को जानबूझ कर पूरा नहीं किया जा रहा है।