डीज़ल व पैट्रोल पर सैस लगने से ट्रांसपोर्टरों व उद्योगपतियों की जेब पर करोड़ों का अतिरिक्त बोझ

लुधियाना, 8 जुलाई (अ.स.): केन्द्र सरकार के बजट में पैट्रोलियम पदार्थों पर सैस लगने से अकेले पंजाब के ट्रांसपोर्टरों व उद्योगपतियों की जेब से 2 से 3 करोड़ रुपए अतिरिक्त निकलेंगे, जिससे पहले ही मंदहाली के दौर से गुजरने वाले ट्रांसपोर्टरों को अपना कारोबार चलाना मुश्किल हो गया है। प्राप्त जानकारी के अनुसार केन्द्र द्वारा 1 रुपए लीटर महसूल व 1 रुपए लीटर सैस लगाने से डीज़ल 2.30 रुपए प्रति लीटर व पैट्रोल 2.50 रुपए प्रति लीटर महंगा हो गया है। पंजाब में 3200 के करीब निजी बसें, 5200 के करीब सरकारी बसें व 5 हज़ार के करीब अवैध बसें, 6 हज़ार मिनी बसें हैं। बड़ी बसें प्रतिदिन 300 से 400 किलोमीटर का सफर करती हैं, जिन्हें प्रति बस 300 से 400 रुपए प्रति बस व मिनी बस रोज़ाना 150 से 200 किलोमीटर सफर करती हैं, जिन्हें 150 रुपए से 200 रुपए प्रति बस अतिरिक्त खर्च करना पड़ेगा। पंजाब में लगभग 2 लाख ट्रक हैं, जिनमें से ट्रक यूनियनों के ज़रिये 90 से 95 हज़ार व ट्रांसपोर्टरों के ज़रिये 1 लाख से ज्यादा ट्रक पंजाब के विभिन्न शहरी, पंजाब से अन्य राज्यों व पंजाब के शहरों में माल की लिफ्टिंग का काम करते हैं। प्रदेश में आटो की संख्या भी अढ़ाई से 3 लाख के करीब है, जोकि एक दिन में 70 से 100 किलोमीटर का सफर तय करती हैं ट्रक चालकों पर 200 से 300 रुपए प्रति ट्रक, बस चालकों पर 300 से ज्यादा 400 रुपए व मिनी बस पर 150 से 200 रुपए प्रति बस अतिरिक्त राशि देनी पड़ रही है जबकि आटो को यह वृद्धि 10 पैसे प्रति किलोमीटर पड़ेगा और टैम्पो चालकों को भी यह वृद्धि 250 से 300 रुपए प्रति टैम्पो पड़ेगा।