कैप्टन सरकार की ‘निशुल्क उच्च शिक्षा’ की प्रतीक्षा में ‘बेटियां’

चंडीगढ़, 9 जुलाई (विक्रमजीत सिंह मान): पंजाब में कांग्रेस पार्टी को सत्ता में आए अढ़ाई वर्ष हो चुके हैं और ऐसे बहुत से वायदे हैं जो पार्टी ने अपने चुनावी घोषणापत्र द्वारा पंजाब के लोगों से किए थे, परन्तु वह वफा न हो सके। इनमें से ही एक वायदा है पंजाब की बेटियों को निशुल्क उच्च शिक्षा देने का। कैप्टन सरकार द्वारा किए वायदे अनुसार पंजाब की बेटियां अढ़ाई वर्ष भी इस वायदे के पूरे होने की प्रतीक्षा में ही हैं परन्तु पता चला है कि इस वायदे को पूरा करने हेतु कोई खाका तैयार करना तो दूर सरकार द्वारा इस मामले में एक कदम भी नहीं उठाया गया। कांग्रेस द्वारा सत्ता में आने से पहले अपने चुनावी घोषणापत्र में लड़कियों को पी.एच.डी. तक निशुल्क शिक्षा देने का वायदा किया गया था। शिक्षा विभाग से प्राप्त जानकारी अनुसार शिक्षा के अधिकार के तहत 8वीं तक बच्चों को निशुल्क शिक्षा देना अनिवार्य है जो विगत सरकारों में भी दी जाती रही है परन्तु इसके पश्चात की उच्च शिक्षा के मामले में लड़कियों से किए वायदे की ओर अढ़ाई वर्ष में कांग्रेस सरकार ने अभी तक ‘नज़र’ भी नहीं मारी है।
बताया जा रहा है कि विधानसभा चुनावों दौरान कांग्रेस द्वारा किए इस वायदे को पूरा करने का कार्य अब सरकार द्वारा अगले वर्ष पर डाल दिया है। इस मामले में राज्य के उच्च शिक्षा मंत्री तृप्त राजिन्द्र सिंह बाजवा का कहना है कि संबंधित विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि वह राज्य में लड़कियों की शिक्षा पर होने वाले खर्च का डाटा तैयार करें। 
स. बाजवा ने कहा कि राज्य में लड़कियों की पढ़ाई पर जितना भी खर्च आता है, उसका पूरा खाका तैयार करके मुख्यमंत्री की जानकारी में लाकर वित्त विभाग को सौंपा जाएगा, ताकि जनता के साथ किए इस वायदे को पूरा किया जा सके। उन्होंने उम्मीद जताई कि खर्च का पूरा डाटा तैयार होने के पश्चात अगले वर्ष से राज्य सरकार इस वायदे को पूरा करते हुए लड़कियों हेतु निशुल्क शिक्षा व्यवस्था लागू करने की सरकार कोशिश करेगी। 
मुख्यमंत्री कार्यालय नहीं पहुंची कोई फाईल : इस सम्बन्ध में सी.एम.ओ. के एक अधिकारी ने माना कि ऐसे किसी फैसले की फाईल मुख्यमंत्री कार्यालय में आज तक नहीं पहुंची।
हज़ारों विद्यार्थी पेपर देने से रह गए वंचित : एस.सी./बी.सी. अध्यापक यूनियन पंजाब के कार्यकारी प्रधान बलजीत सिंह सलाणा ने कहा कि कांग्रेस ने सरकार बनने से पहले के.जी. से पी.एच.डी. तक लड़कियों को निशुल्क शिक्षा देने का वायदा अपने चुनावी घोषणापत्र में किया था परन्तु आज कांग्रेस की सरकार बने लगभग अढ़ाई वर्ष हो चुके हैं लड़कियों को निशुल्क शिक्षा का वायदा तो क्या वफा होना था उलटा इस सरकार के शासन में एस.सी. बच्चों के वजीफे फीस के रूप में कालेजों को न देने के कारण हज़ारों विद्यार्थी पेपर देने से वंचित रह गए। 
उन्होंने कहा कि विगत विद्यार्थियों को सर्दियों में वर्दियां देने में भी काफी गड़बड़ी पाई गई।