शरीर को मज़बूत बनाए मालिश

शरीर की मालिश कई प्रकार से की जाती है जैसे तेल द्वारा, सूखी मालिश, पाउडर और बिजली द्वारा। मालिश से शरीर मजबूत और त्वचा कान्तिमय होती है। किस ढंग से मालिश करके आप इसका पूरा लाभ उठा सकते हैं, इसकी जानकारी का होना भी अति आवश्यक है।
* जमीन, फर्श पर दरी या चटाई बिछा कर मालिश करें।
* चलते-फिरते खड़े हुए मालिश न करें। लेट कर मालिश कराना उचित 
होता है।
* मालिश करते समय पूरा ध्यान मालिश पर होना चाहिए, बातों पर नहीं।
* मालिश प्रसन्नचित, एकाग्र मन से करें। 
* मालिश पैरों से शुरू करें। मालिश करते समय हाथ नीचे से ऊपर की ओर चलायें जिससे हृदय की तरफ रक्त का प्रवाह हो।
* सरसों का तेल मालिश के लिए उत्तम माना जाता है। नारियल और जैतून के तेल से भी मालिश की जा सकती है।
* मालिश करते समय हल्के हाथों से शरीर पर दबाव डालें। ध्यान रखें कि त्वचा के बाल खिंचने न पायें।
* 20 से 25 मिनट तक की गई मालिश उत्तम होती है।
* अधिक थकान होने पर, रात्रि में नींद पूरी न लेने पर, बुखार होने पर मालिश न करें।
* अधिक सर्दी के मौसम में भी मालिश करना ठीक नहीं है। अधिक गर्मी में भी कूलर या एयर कंडीशनर के नीचे लेट कर मालिश न करें।
* खाली पेट मालिश करें। मालिश के बाद गुनगुने पानी से स्नान लेना उचित होता है।
 मालिश से लाभ
मालिश करने से शरीर के सभी अंगों को उचित चिकनाई मिलती रहती है जिससे शरीर लचीला बना रहता है।
* पतले लोगों का शरीर सुडौल बनता है और मोटे लोगों का मोटापा कम होता है।
* रक्त संचार ठीक होने से शरीर में स्फूर्ति और शक्ति बनी 
रहती है।
* मालिश से त्वचा झुर्रियों रहित, निरोगी और कान्तिमय होती है।
* मालिश द्वारा पाचन क्रि या में सुधार आता है।
* शरीर के मामूली दर्दों में भी मालिश आराम पहुंचाती है।
* रात्रि को सोने से पहले तलुवों पर तेल मलने से दिन भर की थकान दूर होती है और नींद भी अच्छी आती है।
* सिर के बालों पर हल्के हाथों से तेल लगवाने पर बालों में चमक बनी रहती है और रूसी भी नहीं होती। जो लोग सिर पर  बिलकुल तेल नहीं लगाते, उनके बाल खुश्क होकर टूटने लगते हैं।
* उल्टी, दस्त होने पर मालिश करवाने से लाभ की बजाय हानि हो सकती है। ऐसी परिस्थिति में मालिश न करवायें।  (स्वास्थ्य दर्पण)

—नीतू गुप्ता