ज़हरीली शराब से होती मौतें

गत दिनों देश के सबसे बड़े प्रदेश उत्तर प्रदेश के बाराबांकी में ज़हरीली शराब पीने से 17 व्यक्तियों की मौत हो गई। सवाल गम्भीर है कि ज़हरीली शराब लोगों तक पहुंची कैसे और क्यों? मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जांच टीम बैठा दी है। दोषी पकड़े भी जाएंगे परन्तु जिन 17 लोगों की मौत हुई है, क्या वो जीवित हो जाएंगे? 
सवाल 17 मौतों का ही नहीं है सिर्फ, सवाल है कि 17 परिवार बिखर गये, टूट गये। खुफिया तंत्र, पुलिस प्रशासन आदि करते क्या रहते हैं? क्या उनके पास शराब चैकिंग का आधुनिक तंत्र नहीं है? दिल्ली और मुम्बई जैसे बड़े-बड़े शहरों के पांच सितारा होटलों तक ‘खाने’ की भी चैकिंग होती है, परन्तु उत्तर प्रदेश के एक छोटे से शहर में किसको परवाह है। हां, मौतों के बाद उत्तर प्रदेश से राजधानी दिल्ली तक हड़कम्प मच गया, वो भी मीडिया के एक्टिव होने के बाद। लेकिन दो-चार दिन में सब शांत हो जाएगा। मोदी जी, सिर्फ सर्जिकल स्ट्राइक या एयर स्ट्राइक से बाहरी आतंकी मारते हैं परन्तु अंदर की परेशानियों को कौन दूर करेगा?  योगी राज में क्राइम बढ़ता जा रहा है। महिलाएं सुरक्षित नहीं हैं। हत्या, गैंगवार, दुष्कर्म इत्यादि की घटनाएं भी बढ़ती जा रही हैं।
-डा. एम.एल. सिन्हा