फज़री नतीजे देकर विद्यार्थियों व अभिभावकों को धोखा दे रही है सरकार : चीमा

चंडीगढ़, 21 जुलाई (अ.स.): आम आदमी पार्टी (आप) के वरिष्ठ नेता व विपक्ष के नेता हरपाल सिंह चीमा ने पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड द्वारा वर्ष 2018-19 व वर्ष 2017-18 में 10वीं कक्षा के परिणामों में पास प्रतिशतता फज़रीवाड़ा से बढ़ा-चढ़ाकर पेश करने का कड़ा नोटिस लिया है और इस फज़रीवाड़ा को विद्यार्थियों के भविष्य के साथ खिलवाड़ व अभिभावकों के साथ धोखा करार दिया है। पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड द्वारा घोषित किए गए पिछले दो वर्षों के परिणाम दस्तावेज़ी सबूतों से साबित करते हैं कि खोखली वाहवाही बटोरने के लिए सरकार भविष्य की पीढ़ी की बौद्धिक स्तर से भी खिलवाड़ कर सकती है।आर.टी.आई. व मीडिया रिपोर्टों के हवाले से चीमा ने बताया कि वर्ष 2017-18 में 10वीं का वास्तविक नतीजा 46.29 प्रतिशत था, जिसे मार्क्स मोडरेशन पालिसी (एम.एम.पी.) के नाम पर फज़रीवाड़ा के ज़रिये इस नतीजे को 62.10 प्रतिशत दिखाया गया, जबकि इस वर्ष 2018-19 का 85.56 प्रतिशत ऐलान कर सरकारी स्कूल शिक्षा के क्षेत्र में बड़ा सुधार करने के नाम पर खोखली वाहवाही बटोरने की कोशिश की गई, जबकि वास्तव में यह नतीजा 76.49 प्रतिशत थी। चीमा ने मांग की कि इस  फज़रीवाड़ा में शामिल शिक्षा मंत्री व पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड के चेयरमैन से इस्तीफा लिया जाए।