ड्रग प्रबन्धन द्वारा 17 महीनों में 13500 जगह छापेमारी

चंडीगढ़, 21 जुलाई (अ.स.): फूड एवं ड्रग कमिश्नर के ड्रग प्रबन्धन विंग द्वारा नशों पर लगाम कसने सम्बन्धी गतिविधियों बारे जानकारी देते के.एस. पन्नू, सी.एफ.डी.ए. ने बताया कि जागरूकता अभियानों और लोगों का विश्वास जीतने सम्बन्धी कार्यों की शुरुआत चरणों के पश्चात गांव कमिश्नरेट के अधिकारियों द्वारा नशीली दवाइयों की बिक्री को रोकने और ड्रग एवं कास्मैटिक एक्ट के पालन के मद्देनज़र राज्य भर में छापेमारीयां की गईं। जनवरी 2018 से मई 2019 तक 17 महीनों दौरान 13500 छापेमारीयां की गईं और नशीली दवाइयों के 5313 नमूने लिए गए। ज़ब्त की गई नशीली दवाईयों की कुल 4.5 करोड़ रुपए है। नमूनों की जांच दौरान 11 नमूने मिस ब्रांडेड और 203 नमूने घटिया दर्जे के पाए गए। अपराधों की किस्म बारे बताते सी.एफ.डी.ए. ने बताया कि 1414 फर्मों के लाइसैंस बर्खास्त कर दिए गए हैं जिनमें 1278 लाइसैंस आम उल्लंघनाओं के तहत 136 लाइसैंस आदत डालने वाली दवाईयां बेचने के कारण निलम्बित किए गए। इस सम्बन्धी ओर जानकारी देते पन्नु ने बताया कि आरोपियों के विरुद्ध 171 मुकद्दमा चलाने के आदेश जारी किए हैं और 139 मामले शुरू किए जा चुके हैं। अब तक 120 मामलों का निपटारा हो चुका है जिनमें से आरोपी करार दिए गए 77 व्यक्तियों को 3-5 वर्ष की कैद के साथ-साथ जुर्माना किया गया है और 14 आरोपियों को भगौड़ा घोषित किया गया।