शास्त्री नहीं, कर्स्टन और कुंबले हैं भारत के सबसे सफल कोच

नई दिल्ली, 1 अगस्त (भाषा): भारतीय टीम के वर्तमान मुख्य कोच रवि शास्त्री फिर से इस पद के प्रमुख दावेदार माने जा रहे हैं लेकिन अगर आंकड़ों पर गौर करें तो उन्हें विशेषकर टैस्ट क्रिकेट में वैसी सफलता नहीं मिली जिस तरह से उनके पूर्ववर्ती अनिल कुंबले और गैरी कर्स्टन ने हासिल की थी। भारतीय टीम के मुख्य कोच और अन्य सहयोगी स्टाफ के लिये आवेदन की अंतिम तिथि मंगलवार को समाप्त हो गयी जिसमें शास्त्री के अलावा टॉम मूडी, रोबिन सिंह, माहेला जयवर्धने, लालचंद राजपूत, न्यूजीलैंड के पूर्व कोच माइक हेसन आदि दावेदार हैं।  शास्त्री का कार्यकाल विश्व कप के बाद 45 दिन के लिये बढ़ाया गया है। उनके इन दोनों कार्यकाल में भारत विश्व कप में खेला था लेकिन 2015 और अब 2019 में उसे नाकामी हाथ लगी थी।  शास्त्री के दोनों कार्यकाल में भारत ने कुल मिलाकर 29 टैस्ट मैच खेले जिनमें से 16 में उसे जीत मिली और आठ में हार जबकि बाकी पांच मैच ड्रा रहे थे। इस दौरान भारत ने आस्ट्रेलिया से पहली बार उसकी सरजमीं पर श्रृंखला जीती। टैस्ट मैचों में हालांकि शास्त्री से बेहतर रिकार्ड कुंबले का रहा है जिन्हें कप्तान कोहली के साथ ‘अस्थिर’ संबंधों के कारण एक साल में अपना पद छोड़ना पड़ा था। कुंबले के कोच रहते हुए भारत ने 17 टेस्ट मैच खेले जिसमें से 12 में उसे जीत मिली और उसने केवल एक मैच आस्ट्रेलिया के खिलाफ (पुणे) में गंवाया था। भारत ने इस बीच इंग्लैंड, न्यूजीलैंड, बांग्लादेश और आस्ट्रेलिया को हराया। इस बीच भारत ने हालांकि केवल 13 वनडे (आठ जीत, पांच हार) और पांच टी-20 अंतरराष्ट्रीय (दो जीत, दो हार) ही खेले।  लेकिन 1990 के बाद भारतीय क्रिकेट में कोच रखने की परंपरा के बाद अगर भारत के सबसे सफल कोच का जिक्र होगा तो उसमें गैरी कर्स्टन का नाम सबसे ऊपर रहेगा जिनके रहते हुए भारत ने 2011 में विश्व कप जीता था तथा टेस्ट मैचों में भी टीम ने लगातार अच्छा प्रदर्शन किया था। कर्स्टन के कोच रहते हुए भारत ने 33 टेस्ट मैच खेले जिसमें से 16 में उसे जीत और छह में हार मिली जबकि 11 मैच ड्रा रहे थे। उनकी जीत-हार का प्रतिशत 65.15 है जो कि शास्त्री (63.79) से बेहतर है।