शहीद उधम सिंह सुनाम

भारत मां की आंख का तारा बड़ा प्यारा उधम सिंह।
आज़ादी का एक हरकारा बड़ा प्यारा उधम सिंह।
अर्जुन जैसा ठीक निशाना, दुर्गा का वरदान मिला,
गुरु गोबिंद सिंह का दोधारा, बड़ा प्यारा उधम सिंह।
देश की इज्ज्ज़त गैरत, अज़मत, शौकत, किस्मत तू भी था,
तू कुर्बानी का गहवारा, बड़ा प्यारा उधम सिंह।
अगर इरादा हो तो कश्ती मंज़िल तक ले जाती है,
कितना भी हो दूर किनारा, बड़ा प्यारा उधम सिंह।
जिसमें ़गैरत नहीं है वो खून नहीं पानी है,
लाल लहू से बना शरारा, बड़ा प्यारा उधम सिंह।
उडवायर को ढूंढ ही लेगा उसको ऐसी लगन लगी,
फिरता था यूं मारा-मारा बड़ा प्यारा उधम सिंह।
खून का बदला खून है इसको आज समझ लो अंग्रेज़ों,
लंदन में जाकर ललकारा, बड़ा प्यारा उधम सिंह।
मासूमों के कातिल तेरे पाप धोयेगा यह ऐसे,
तेरी जान का दे कफारा बड़ा प्यारा उधम सिंह।
कत्ल-ए-आम कराने वाले जाता किधर है ऐ मूज़ी,
बोल उठा रणजीत निगारा, बड़ा प्यारा उधम सिंह।
तेरे पिस्टल की गोली ने उसका काम तमाम किया,
पा कर तेरा एक इशारा, बड़ा प्यारा उधम सिंह।
खूब समझता था तू प्यारे अश्कों की खामोश जुबां को,
क्या कहता है आंसू खारा, बड़ा प्यारा उधम सिंह।
दूजे का दुख सह न पाना जान निछावर कर देना,
यह तो था तेरा ही इजारा, बड़ा प्यारा उधम सिंह।
तेरी कुर्बानी की दौलत पा कर मुल्क अमीर हुआ,
कहने को थी मौत खसारा, बड़ा प्यारा उधम सिंह।
आज़ादी की शमां जली तो परवानों की भीड़ लगी,
यह परवाना बड़ा न्यारा, बड़ा प्यारा उधम सिंह।
तन तन्हा कुर्बानी दे कर चला गया है बेशक वो,
अपने में है एक अदारा, बड़ा प्यारा उधम सिंह।
धो दे मैल सियासत का जो अपने एक ही कतरे से,
गंगा जमना की जल धारा, बड़ा प्यारा उधम सिंह।
जिसने दर्द पराये को भी अपना दर्द बना डाला,
चारागर का ऐसा चारा, बड़ा प्यारा उधम सिंह।
इन्कलाब का रास्ता ‘पंछी’ हम सबको दिखलाता है,
बन कर अर्श का एक सितारा, बड़ा प्यारा उधम सिंह।

-सरदार पंछी
मो. 94170-91668