ऑटो सैक्टर में और मंदी की सम्भावना

नई दिल्ली, 5 अगस्त (इंट.): ऑटो सैक्टर में भारी मंदी है बिक्री के आंकड़े 30-40 फीसदी तक गिर गए हैं। मंदी का यह सिलसिला अगर कायम रहा तो आने वाले दिनों में इस सैक्टर में लाखों लोग बेरोज़गार हो जाएंगे। मैन्युफैक्चरिंग सैक्टर रोज़गार का सबसे बड़ा साधन है और इसमें ऑटो सैक्टर का बड़ा योगदान है। इसके अलावा बी.एस1 6 मानकों के अनुपालन को लेकर ऑटो उद्योग का उत्पादन और घटने की सम्भावना बनी हुई है, जिसके फलस्वरूप इस क्षेत्र में काम करने वालों पर बेरोज़गार होने का खतरा बना हुआ है कुछ ऑटोमोबाइल कम्पनियों के तिमाही के नतीजे सामने आ चुके हैं और कुछ के आने बाकी हैं। इस रिपोर्ट में सुधार के संकेत नहीं दिख रहे हैं। ऑटो सैक्टर की हालत का अंदाज़ा इसी बात से लगाया जा सकता है कि जुलाई महीने में मारुति की बिक्री 33.5 फीसदी और महिन्द्रा एंड महिन्द्रा की बिक्री 15 फीसदी गिर गई। उद्योग से जुड़े लोगों ने बताया कि जीएसटी की दर अधिक होने और कृषि क्षेत्र के संकटग्रस्त होने के साथ-साथ वेतन व मजदूरी में वृद्धि नहीं होने और लिक्विडिटी क्रंच (तरलता का संकट) रहने के कारण उद्योग की मांग में सुस्ती बनी हुई है, जिससे हर महीने बिक्री कम होती जा रही है।