बहन-भाई का स्नेह पर्व  रक्षा बंधन

बहन-भाई का रिश्ता बहुत ही खास होता है, जिसमें प्यार के साथ-साथ तकरार और नोंक-झोक भी होती है। भाई बहन की बचपन से लेकर अब तक कुछ खट्टी-मीठी यादें पूरी उम्र याद आती हैं। बहन अपने भाई की सफलता देख कर खुशी से फूली नहीं समाती। इसी तरह बहन की शादी पर भाई की आंखों से निकले आंसू सब कुछ कह जाते हैं। हर एक बहन को इस विशेष दिन राखी का इंतजार बहुत बेसब्री से रहता है। इस दिन बहन बहुत प्यार से भाई के हाथों पर सच्चे दिल से राखी बांधती है और जब बहन विवाहित हो जाती है तो ससुराल से  आने के इंतजार में भाई बहुत चाव से घर में राखी की तैयारियां करता है।
बहन अपने भाई की कलाई पर राखी बांध कर भाई की लम्बी उम्र की कामना करती है और प्यार से उपहार भी लेती है। पूरा परिवार बहन-भाई की इस झलक को बहुत प्यार से देखता है, जिसमें बहन भाई के प्यार की विशेष झलक देखने को मिलती है। माता-पिता भी इस प्यार भरे माहौल को देख कर खुश होते हैं। राखी का त्यौहार बहन-भाई को मिलाने वाला विशेष त्यौहार माना जाता है। जोकि एक उदहारण बनता है। किसी समय थोड़ी बहुत हुई नोंक-झोक भी इस दिन प्यार में बदल जाती है। अगर इस त्योहार के महत्त्व को हर एक इंसान समझे तो भ्रूण हत्या कम हो जाएगी औरे कोई  भी भाई और बहन राखी से वंचित नहीं रहेगा।
-गुरजीवन सिंह सिद्धू