पंजाब में नशे को जड़ से खत्म करें

 देश की स्वतंत्रता के 72 वर्ष पूरे होने और इसके सबसे बड़े लोकतंत्र और विश्व की एक अग्रणी अर्थ-व्यवस्था के तौर पर उभरने के अवसर पर मैं भारत ़खासकर पंजाब और चंडीगढ़ के लोगों को हार्दिक बधाई देता हूं। आज स्वतंत्रता दिवस मनाने के अवसर पर मैं अपने स्वतंत्रता संघर्ष के प्रसिद्ध और गुमनाम नायकों के समक्ष शीश झुकाता हूं जिन्होंने अपनी जानें कुर्बान कर हमें स्वतंत्रता का दिन दिखाया। देश के नेताओं द्वारा न्याय, स्वतंत्रता, समानता और भाईचारे के सिद्धांतों पर रखी गई लोकतंत्र की इमारत की नींव ने बहुत उतार.चढ़ाव देखे और इसमें से हमारा लोकतंत्र मज़बूत होकर उभरा। पंजाब राज्य ने हमेशा अग्रणी रह कर भारत के एक प्रगतिशील राज्य के तौर पर अपनी पहचान बनाई है। यह गुरुओं, पीरों, ़फकीरों, शहीद-ए-आज़म भगत सिंह, करतार सिंह सराभा, शहीद मदन लाल ढींगरा, लाला लाजपत राय, शहीद उधम सिंह और कई अन्य वीरों की धरती है जिन्होंने हमारे देश की आज़ादी के लिए अपना सर्वस्व कुर्बान कर दिया। पंजाब का इतिहास महान गुरु साहिबान और शहीदों की स्मरण कथाओं से भरा पड़ा है।
यह हम सभी के लिए एक बेहद गौरवपूर्ण घड़ी है कि हम सभी पहली पातशाही साहिब श्री गुरु नानक देव जी के 550वें प्रकाश पर्व को दुनिया भर में मना रहे हैं।  आओ हम सभी मिलकर राज्य में नशों की जड़ को सख्ती से काटने के लिए वचनबद्ध हो। ‘न तो मैं नशा करूंगा, न करने दूंगा’, का सिद्धांत अपनाएं। 
लोगों को साफ-सुथरी हवा, साफ पानी, गुणवत्ता भरपूर भोजन और रहने के लिए एक सभ्य वातावरण मुहैया करवाने के लिए ‘मिशन तंदुरुस्त पंजाब’ राज्य में शुरू किया गया है। पंजाब मूलभूत तौर पर एक कृषि प्रधान राज्य होने के कारण खाद्य सुरक्षा के क्षेत्र में देश को आत्म-निर्भर बनाने के लिए हरित क्रांति का प्रधान बना। मैं बेहद मेहनती पंजाब के किसानों को बधाई देना चाहता हूं जिन्होंने पराली जलाने के रुझान, जिसके कारण वातावरण प्रदूषित होता है, को रोकने में बेहद अहम भूमिका निभाई। 
आओ, इस अवसर पर हम अपने फज़र् पूरी तनदेही, ईमानदारी, समर्पण और जी-जान से निभाने की फिर कसम खाएं और अपने देश के हितों को सबसे ऊपर रखें और ‘नया भारत’ (सबका साथ, सबका विकास और सबका विश्वास) सृजन करने में अपना हर रूप से योगदान दें।
एक बार फिर मैं आप सभी को स्वतंत्रता दिवस की बधाई देता हूं। जय हिंद