बाजरा-मक्की-बारीक चावल में तेजी : उड़द-तुअर-मूंग भी उछले

नई दिल्ली, 18 अगस्त (एजेंसी): गत सप्ताह उत्पादक मंडियों में बाजरे की भारी कमी आ जाने एवं डिस्टिलरी प्लांटों की लिवाली से इसमें 175/180 रुपए प्रति क्विंटल की भारी तेजी आ गयी। मक्की भी इसके समर्थन में 35/40 रुपए बढ़ गयी।  बारीक चावल भी 300 रुपए की तेजी लिये बंद हुआ। उधर दलहनों में काफी दिनों से मंदे के दलदल के बाद उड़द 300 रुपए  एवं तुअर 150 रुपए बढ़ गये। मूंग में भी 150/200 रुपए की तेजी दर्ज की गयी। काबली चना भी 100/150 रुपए सुधर गया। अन्य अनाज-दालों में भी बाजार सुर्ख बोले गये। जबकि बाजार में एक पुराना दलाल व्यापारी करोड़ों रुपए का भुगतान करने से हाथ खड़ा कर गया। आलोच्य सप्ताह कासगंज, एटा, मैनपुरी, डिबाई, संभल के साथ-साथ रेवाड़ी, पटौदी, पुनहाना लाइन से बाजरे की आवक आधी रह गयी, जिसके चलते मौली-बरवाला पहुंच में बाजरा 180 रुपए छलांग लगाकर 2150 रुपए बिक गया। यहां भी गोदामों से जो बाजरा पिछले सप्ताह आज ही के दिन 1945/1950 रुपए बिका था, उसके भाव 2025/2030 रुपए प्रति क्विंटल हो गए। गौरतलब है कि बाजरे की नई फसल पूरा डेढ़ महीने बाद आयेगी, उससे पहले माल की भारी कमी आ गयी है। मोटा चावल डिस्ट्रिलरी प्लांटों में 2200 रुपए से ऊपर जाकर पड़ रहा है, जिससे बाजरे की फिर से मांग बढ़ गयी है। इसे देखते हुए 100 रुपए की तेजी आ अंदेशा बन गया है। इधर मक्की भी यूपी का माल समाप्ति की ओर होने से 25/30 रुपए बढ़कर 2200 रुपए राजपुरा पहुंच में बिक गयी। उधर बिहार के गुलाबबाग, दरभंगा, खगड़िया लाइन में मक्की आपूर्ति घट जाने से 50 रुपए बढ़कर 2150/2160 रुपए प्रति क्विंटल हो गयी। वहां की मक्की पंजाब पहुंच में 2300/2325 रुपए पड़ रही, जिससे उसका व्यापार नहीं हो रहा है।  बारीक चावल भी 300 रुपए और बढ़कर 1121 सेला 6900/7000 रुपए तथा स्टीम 7900/8000 रुपए की ऊंचाई पर पहुंच गया। मोटे चावल भी 50/100 रुपए अलग-अलग किस्म के तेज बोले गए। गेहूं में 15 रुपए बढ़ने के बाद 10 रुपए की नरमी लिये बाजार बंद हुआ।