बारिश में घर का रखें ध्यान

बरसातों में सेहत, त्वचा व बालों संबंधी समस्याएं तो आती ही हैं, घर से जुड़ी समस्याएं भी परेशानी का कारण बन सकती हैं जैसे बरसातों में घर में पानी भरना, स्विच बोर्ड में करंट आना, डेंगू मच्छर का  पनपना आदि। आइए जानें घर संबंधी  छोटी-मोटी समस्याओं से कैसे छुटकारा पाया जासके :-
*  करंट से बचने के लिए अगर घर में अर्थिंग न हो तो सबसे  पहले उसका प्रबंध करें।
*  खिड़कियों, दरवाज़ों के पास अगर हल्का लीकेज हो तो पहले उसे ठीक करवा लें। दरवाज़ें, खिड़की के ऊपर प्लास्टिक आदि का सन शेड लगवा लें ताकि दरवाज़े और खिड़की पर बारिश का पानी न पड़ सके।
*  छत पर बनी रेन पाइप की सफाई करवा लें ताकि बिना रुकावट पानी बह जाए और छत पर जमा न हो। पानी छत पर जमा होने से दीवारों व छत पर सीलन आ सकती है। रेनोवेशन के समय या नया घर बनाते समय छत की रेन प्रूफिंग पर पूरा ध्यान दें।
*  घर के पेंट विशेषकर बाहर वाली तरफ से वाटर प्रूफ पेंट करवाएं।
*  अगर बाहर बालकनी आदि में मार्बल लगा हो तो उसकी सफाई पर विशेष ध्यान  दें। मार्बल का रंग बदल सकता है। अगर टाइल्स लगी है तो टूटी टाइल को बदलवा ले नहीं तो पानी टूटी टाइल्स में जमा हो सकता है जो बाकी की टाइलों के लिए नुक्सानदेह हो सकता है।
*  छत पर पानी जमा न हो इसलिए बारिश रुकने के बाद ज़रूर जांच लें।
*  घर पर कोई टूटा डिब्बा, गमला ऐसा न हो जिसमें पानी रुका रहे और वहां डेंगू के मच्छर अपना घर बना लें।
* घर के स्विच, तारें, प्लग अगर ठीक नहीं हो तो पहले ही ठीक करवा लें।
*  घर में कीड़े आदि न पनप पाएं। इसके लिए ड्रेनेज सिस्टम को साफ रखें।
*  घर में कहीं कोई छेद दिखाई दें तो तुरंत सीमेंट से उसे भर लें ताकि बरसाती कीड़े न आ पाएं।
* अगर घर में कारपेट बिछा हो तो उसे बरसातों से पहले इकट्ठा कर प्लास्टिक की शीट से ढक दें ताकि नमी न आने पाए।
*  अगर आपके घर लैदर सोफा है तो 15 दिन के अंतराल में कवर को सूखे कपड़े से अच्छे से साफ करें।
*  अलमारी में रखे कपड़ों को धूप लगवाते रहें, कपड़े सूखने पर ही अलमारी में रखें। गीले कपड़ों में फफूंद लग सकती है। अलमारी को नमी फ्री रखने हेतु कपूर की गोलियां रखें।
*  पर्दों को मोड़कर डोरी से बांध दें। धूल मिट्टी जमने पर उन्हें वैक्यूम क्लीनर से साफ करें। बरसातों में पर्दे दोने से उन्हें सुखाना मुश्किल होता है।
*  जूतों में अखबार डाल दें ताकि नमी न रहने पाए। गीले जूतों के पहनने से पैरों में संक्रमण हो सकता है।
*  कूलर का पानी सप्ताह में एक बार गिराकर, साफ कर उसमें मिट्टी का तेल या तारपीन का तेल डालें ताकि मच्छर न पनप पाएं। 

-नीतू गुप्ता