समंदर के खारे पानी का रहस्य ?

हमारे लिए समुद्र के बारे में सम्पूर्ण जानकारी इकट्ठा करना असंभव रहा है। हमें तो यह ज्ञात नहीं कि कौन-सा समंदर कितना पुराना है और उसकी गहराई कितनी है। ऐसी संभावना रही है कि जब धरती का निर्माण हुआ उस समय धरती पर समंदर नहीं थे। आज मनुष्य समुंदर की आखिरी तह पर पहुंच कर कई जानकारियां जुटा रहा है। प्रथम रहस्य यह था कि समंदर का पानी खारा कैसे हुआ? समंदर में नमक आया कहां से? हम इतना ज़रूर जानते हैं कि नमक पानी में आसानी से घुल जाता है। हमें इतना ज्ञात है कि वर्षा का अधिकतर पानी नदी, नालों में वह कर आखिर समंदर में मिल जाता है। धरती पर नमक है। नमक की चट्टाने हैं धरती के भीतर कई जगह खारा पानी है। धरती पर खारे पानी की झीलें हैं, जिन्हें हम साल्ट लेक कहते हैं। लेकिन यह सत्य है कि समंदर का पानी बड़ा खारा होता है। मजेदार तथ्य यह है कि अगर धरती पर विद्यमान सारे समंदर सूख जाएं तो इनसे प्राप्त नमक से 180 मील ऊंची, एक मील के बराबर मोटी दीवार पूरे विश्व में चारों ओर बनाई जा सकती है। जो नमक हमारे लिए उपयोगी है वह नमक चट्टान, खारे कुएं अथवा साल्ट लेक से प्राप्त होता है। 1. एक लीटर समुद्री पानी में 30 ग्राम नमक रहता है। 2. हमें जो शुद्ध और उपयुक्त नमक चाहिए वह नमक चट्टान से प्राप्त होता है। 3. खारे पानी की झीलों का निर्माण भी समंदर से ही होता है। 4. खारे पानी के कुओं से पम्प द्वारा पानी खींच कर उस निर्मल खारे पानी को सुखा कर हमें बेहतर किस्म का नमक अपने लिए तैयार करते हैं।