निर्यात कोटा बढ़ने के बावजूद चीनी सस्ती हुई

नई दिल्ली, 8 सितम्बर (एजेंसी): पिछले माह के अंत में सरकार द्वारा चीनी का निर्यात कोटा 10 लाख टन बढ़ा दिये जाने से 100/125 रुपए की टेम्प्रेरी तेजी आ गयी थी, लेकिन गत सप्ताह ग्राहकी का समर्थन न मिलने एवं रुपए की भारी तंगी होने से धीरे-धीरे 35/40 रुपए निकल गए तथा व्यापार उक्त अवधि के अंतराल 50 प्रतिशत घट गया, जिससे 100 रुपए और घटने के आसार बन गए हैं। सरकार द्वारा पिछले महीने चीनी उद्योग को प्रोत्साहन के लिए चीनी का निर्यात कोटा 50 लाख टन से बढ़ाकर 60 लाख टन कर दिये जाने से 100/125 रुपए प्रति क्विंटल की चीनी मिलों में तेजी आ गयी थी, लेकिन आलोच्य सप्ताह बढ़े भावों पर ग्राहकी का समर्थन न मिलने एवं वितरक मंडियों के व्यापारियों द्वारा बढ़े भाव में खरीद की बजाय बिकवाली किये जाने से 35/40 रुपए गिरकर उक्त मंडियों में 3700/3750 रुपए भाव रह गये। यूपी, महाराष्ट्र एवं कर्नाटक की मिलों में ग्राहकी का सन्नाटा छा जाने से 35/40 रुपए घटाकर यूपी में डीओ 3375/3400 रुपए एवं महाराष्ट्र में 3360/ 3422 रुपए तक मीडियम चीनी के बनने की खबर थी। यह भी व्यापार औसतन 50 प्रतिशत चौतरफा कम हुआ, क्योंकि अक्तूबर में मिलें गन्ने की पिराई शुरू कर देगी, जिससे स्टॉक की चीनी फंस जायेगी। सरकार द्वारा निर्यात के लिए चीनी को कोटा बढ़ा दिया गया था, लेकिन ब्राजील में चीनी और सस्ती हो गयी तथा आयातक देशों में भी पड़ते न लगने से निर्यात में समर्थन सकारात्मक नहीं मिल रहा है।