पंजाब के 400 किसान फसली अवशेष के निपटारे बारे राष्ट्रीय कान्फ्रैंस में लेंगे भाग

चंडीगढ़, 8 सितम्बर (अ.स.): पंजाब के प्रगतिशील व नई पहुंच रखने वाले 400 किसान कल नई दिल्ली में फसली अवशेष के प्रबंधन पर होने जा रही राष्ट्रीय कान्फ्रैंस में भाग लेंगे। जानकारी देते हुए कृषि विभाग के प्रवक्ता ने बताया कि पंजाब, हरियाणा व उत्तर प्रदेश के करीब 1000 किसान इस कान्फ्रैंस का हिस्सा होंगे और इस दौरान यह किसान फसली अवशेष का निपटारा करने संबंधी अपने-अपने नए सुझाव भी बाकी किसानों के साथ साझा करेंगे। यह कान्फ्रैंस  केन्द्र सरकार द्वारा एन.ए.एस.सी. काम्पलैक्स,  नई दिल्ली में करवाई जा रही है और इसका उद्देश्य पराली जलाने की समस्याओं से निपटना और इस संबंधी किसान भाईचारे को जागरूक करना है। केन्द्रीय कृषि व किसान कल्याण मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर द्वारा इस कान्फ्रैंस के दौरान उद्घाटनी भाषण दिया जाएगा। इस अवसर पर केन्द्र सरकार द्वारा पंजाब के उन प्रगतिशील किसानों का सम्मान भी किया जाएगा, जिन्होंने फसली अवशेष का मौके पर ही निपटारा करने के लिए विलक्षण प्रयास किए हैं। पंजाब कृषि विश्वविद्यालय, लुधियाना व प्रदेश के कृषि विभाग के माहिर उनके द्वारा पंजाब में पराली का मौके पर ही निपटारा करने के लिए अपनाने योग्य तकनीकों संबंधी किए प्रयासों पर आधारित प्रस्तुति भी देंगे। इसके साथ ही धान की पराली जलाने की समस्या से निपटने के लिए प्रगतिशील किसानों द्वारा किए नए प्रयासों की प्रशंसा करते हुए कृषि सचिव काहन सिंह पन्नू ने कहा कि फसली अवशेष से निपटने के लिए पंजाब सरकार द्वारा पहले ही व्यापक अभियान शुरू किया गया है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार व अन्य विभागों के प्रयासों से गत वर्षों के मुकाबले पराली जलाने के रुझान में भारी कमी आई है।