2050 तक सर्वाधिक ताकतवर भाषाओं में शामिल होगी हिन्दी

नई दिल्ली, 14 सितम्बर (इंट) : आज हिन्दी दिवस है और सभी भारतीय इस दिन को बड़े ही उत्साह के साथ मना रहे हैं, क्योंकि आज के ही दिन संविधान सभा ने हिन्दी को देश की आधिकारिक भाषा के रूप में चुना था। वैसे तो हिन्दी की उपयोगिता के बारे में किसी भी तरह की प्रामाणिकता की ज़रूरत नहीं हैं, लेकिन जिस तरह से आज इसका प्रयोग इंटरनैट पर बढ़ रहा है, यह अपने आप में बड़ी बात है। हिन्दी तीसरे स्थान पर सबसे ज्यादा बोली जाने वाली भाषाओं में से एक है। वहीं वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम की एक रिपोर्ट के अनुसार 2050 तक हिन्दी को विश्व की सबसे ताकतवर भाषाओं में शामिल होगी।
गूगल पर भी हिन्दी ही हिन्दी 
हिन्दी का प्रयोग आज के समय पर इतना ज्यादा बढ़ गया है कि गूगल जैसे बढ़े प्लेटफार्म पर भी लोग अंग्रेज़ी से ज्यादा हिन्दी का प्रयोग करते हैं। एक रिपोर्ट में प्रकाशित आंकड़ों के अनुसार भारत में पिछले दो सालों में गूगल पर अंग्रेज़ी से ज्यादा से हिन्दी का प्रयोग 80 प्रतिशत ज्यादा किया गया है। इस बात को ध्यान में रखते हुए गूगल पर सर्च इंजन भी दो भाषाओं में आता है, एक अंग्रेज़ी और दूसरी हिन्दी।
हिन्दी सीखने के लिए अमरीका ने खर्च किए थे 114 मिलियन डॉलर 
आपको जानकर हैरानी होगी कि अमरीका के पूर्व राष्ट्रपति जार्ज बुश ने हिन्दी की शिक्षा के लिए 114 मिलियन डॉलर का बजट आवंटित किया था। इसके अलावा वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम द्वारा तैयार पावर लैंग्वेज इंडैक्स के अनुसार 2050 तक हिन्दी दुनिया की ताकतवर भाषाओं में से एक होगी।