गुरुद्वारा श्री करतारपुर साहिब में संगमरमर लगाने का काम आखिरी पड़ाव पर

अमृतसर, 21 सितम्बर (सुरिन्दर कोछड़) : पाकिस्तान ने श्री करतारपुर साहिब गलियारे के निर्माण की 5वीं आधिकारिक वीडियो जारी करते हुए दावा किया है कि दरिया रावी के पुल, ज़ीरो प्वाईंट से गुरुद्वारा साहिब तक सड़क आदि का निर्माण 100 फीसदी पूरा कर लिया गया है, जबकि गुरुद्वारा साहिब के प्रांगण में तैयार किए गए 16 आर.सी.सी. पैनल में 12 पैनल पर संगमरमर लगाने का काम पूरा कर लिया गया है और रहता काम अगले 8-10 दिनों में पूरा कर लिया जाएगा। लगभग 10 एकड़ में लगाए जाने वाले सफेद संगमरमर और ग्रेनाइट एक ही डिजाइन व क्वालिटी का मंगवाया गया है। गलियारा का निर्माण करवा रही कम्पनी के सीनियर इंजी. खासिफ अली ने श्री करतारपुर साहिब में चल रहे निर्माण की जानकारी देते हुए बताया कि ‘डिवैल्पमैंट ऑफ करतारपुर कॉरिडोर’ प्रोजैक्ट अधीन 28 दिसम्बर को शुरू की गई गलियारा का निर्माण निर्विघ्न तीन शिफ्टों में दिन-रात जारी है। निर्माण के चलते ईमारत निर्माण, दो मज़िलां 70 से 80 फुट ऊंची दर्शनी दियोढ़ी, लंगर हाल, यात्री निवास, अजायब-घर, लाईब्रेरी, प्रशासनिक ब्लॉक व बाथरूम सहित सीवरेज़, पानी सप्लाई व निकासी, गैस लाईन व बिजली की तारों की फिटिंग का काम 90 फीसदी से अधिक काम पूरा कर लिया गया है। इंजी. अली के अनुसार गुरुद्वारा साहिब के पास बनाए जा रहे सरोवर में सिर्फ टाइलें व संगमरमर का काम बाकी रह गया है, जो आते एक-दो सप्ताह तक पूरा कर लिया जाएगा। उन्होंने बताया कि सीमा पर कांटेदार तार लगाने का काम 70 फीसदी से अधिक पूरा कर लिया गया है, जबकि मैडीकल सैंटर का निर्माण व बॉर्डर टर्मिनल व इमीग्रेशन काऊंटरों पर टाइल पर संगमरमर का काम अभी भी जारी है। इंजी. अली ने यह भी बताया कि भारतीय सीमा व गुरुद्वारा साहिब में आने के लिए तीन दर्शनीय दियोढ़ी का निर्माण किया गया है, जिनके अंदरूनी हिस्से का 100 फीसदी काम पूरा कर लिया गया है, जबकि मीनारों में 15-16 गुंबदों का काम अभी बाकी है।  उधर उक्त वीडियो द्वारा गुरुद्वारा श्री करतारपुर साहिब के हैडग्रंथी भाई गोबिंद सिंह ने दावा किया है कि प्रधानमंत्री इमरान खान 9 नवम्बर को गलियारे का उद्घाटन करेंगे। पाकिस्तानी खोजकर्ता शाहिद शब्बीर ने बताया कि डेरा बाबा नानक सीमा से दूरबीन से गुरुद्वारा श्री करतारपुर साहिब के खुले दर्शन दीदार का विशेष प्रबंध करते हुए भारतीय सीमा की तरफ किसी प्रकार का कोई निर्माण नहीं किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि श्रद्धालुओं की बड़ी संख्या को देखते हुए लंगर हाल में प्रसादे बनाने के लिए ऑटोमैटिक प्लांट भी लगाए जा रहे हैं, ताकि लंगर बरताने समय किसी प्रकार की परेशानी न हो।