त्यौहारी सीजन में जी.एस.टी. वसूली बढ़ने की उम्मीद

जालन्धर, 21 सितम्बर (शिव शर्मा) : कुछ समय से बाज़ार में चल रही सुस्ती के कारण राज्य व केन्द्र सरकार की जी.एस.टी. में अब तक कमी दर्ज की जाती रही है। पंजाब में 30 फीसदी से ज्यादा जी.एस.टी. वसूली घट गई है और अब राज्य के जी.एस.टी. विभाग को इसकी उम्मीद है कि त्यौहारी सीजन में जी.एस.टी. वसूली कुछ बढ़ सकती है। त्यौहारी सीजन में समान की खरीदो-फरोख्त बढ़ जाती है तो इस सीजन में ही विभाग को ज्यादा आय प्राप्त होती रही है। अभी तक तो जीएसटी विभाग वसूली घटने बारे ही चिंता जाहिर करता रहा है। जी.एस.टी. की राज्यों की जितनी वसूली घटती है तो फिलहाल 2025 तक तो केन्द्र द्वारा ही उनकी भरपाई होती रहेगी। चाहे केन्द्र द्वारा उसकी घटी वसूली की भरपाई होती रहेगी परंतु विभाग को औद्योगिक क्षेत्र से ज्यादा वसूली मिलती थी, उसमें ही कमी आने से विभाग चिंतित है कि यदि जीएसटी वसूली में आते समय में वृद्धि करनी है तो औद्योगिक क्षेत्र के विकास के लिए नई योजनाएं लागू करनी पड़ेंगी। उधर विभागीय सूत्र मानते हैं कि डेढ़ साल से विभाग में तबादले न होने के कारण भी विभागीय कामकाज पर असर पड़ रहा है। जीएसटी विभाग व एक्साइज़ में अप्रैल-मई को तबादले निर्धारित समझे जा रहे थे जबकि अब सितम्बर माह खत्म होने पर आ गया है। विभाग के पास इस समय न केवल जी.एस.टी. का देखने वाला काम है बल्कि वैट के पुराने केसों को भी देखने के अलावा लागू हुए प्रोफैशनल कर को देखने का काम भी जी.एस.टी. विभाग को करना पड़ रहा है। सरकार द्वारा तो कई अधिकारियों को पदोन्नतियां दे दी गई थीं परंतु उन्हें नई नियुक्तियां नहीं दी गईं जिस कारण कामकाज पर इसका गहरा असर पड़ता है। विभाग में 20 इंस्पैक्टरों को पदोन्नत कर ईटीओ बनाया गया है और इसी तरह 15 के करीब एईटीसी 4 डीईटीसी बनाए गए हैं परंतु उन्हें नई नियुक्तियां नहीं दी गईं। विभागीय सूत्रों का कहना है कि पदोन्नतियां मिलने के बाद तबादले हो जाते तो इससे कामकाज में भारी तेजी आ जाती क्योंकि जीएसटी व एक्साइज में एक-एक अधिकारी को कई-कई काम और देखने पड़ रहे हैं।