पंजाबी भाषा के निरादर के खिलाफ गुरू नानक देव यूनिवर्सिटी के छात्रों ने निकाला रोष-मार्च  

अमृतसर, 24 सितम्बर - (सुरिन्दरपाल सिंह वरपाल) - पिछले कई दिनों से पंजाबी भाषा के सम्मान को लेकर चल रहे विवाद संबंधी अपना रोष व्यक्त करते गुरू नानक देव यूनिवर्सिटी, अमृतसर के अलग-अलग विभागों के छात्रों द्वारा रोष-मार्च निकाला गया। मार्च में बड़ी संख्या में छात्रों ने हिस्सा लिया। रोष-मार्च को संबोधन करते फार्मेसी विभाग के छात्र जतिन्दर वीर सिंह ने कहा कि भारत के गृहमंत्री द्वारा एक भाषा लागू करने के विचार को पंजाबी कभी भी नहीं स्वीकार करेंगे। उन्होंने आगे टिपण्णी करते कहा कि इस विचार के साथ भारत के संविधान के द्वारा दिए संघीय- ढांचे पर चोट होगी। उन्होंने अपनी बात आगे रखते कहा कि संविधान के निर्माताओं ने अलग-अलग क्षेत्रीय भाषाओं को सम्मान दिया था, इसी कारण हिंदी और अंग्रेजी भाषा को संपर्क भाषा के तौर पर बरतने की मान्यता दी थी, परन्तु हिंदी को राष्ट्र भाषा के तौर पर घोषित नहीं किया गया था।