नवरात्र को लेकर सजा मां वैष्णो का दरबार

कपूरथला, 27 सितम्बर  (दीपक बजाज की विशेष रिपोर्ट ) : स्वर्गां तो सोहना तेरा द्वार..!! इस मधुर भेंट की भांति ही जम्मू-कश्मीर के कटरा स्थित मां वैष्णो देवी के दरबार का नजारा देखने को मिल रहा है। जहां मां के भवन की 96 फीट लंबी प्राचीन गुफा के प्रवेश द्वार को सोने का बनाने का कार्य लगभग पूर्ण हो चुका है, जिसका उद्घाटन पहले नवरात्र को किया जाएगा। वहीं 29 सितम्बर से शुरु होने वाले मां के पावन नवरात्रों के उपलक्ष्य में मां के दरबार को विशेष तौर पर पालमपुर, थाईलैंड, हॉलैंड, मलेशिया, जर्मनी, इटली, सिंगापुर और ऊटी से मंगवाए फूलों से विशेष तौर पर सजाया जा रहा है और 13 कि.मी. लंबे पहाड़ी रास्ते को बिजली की झालर (रंगीन रौशनी) से सजाया जा रहा है। ये पूरा नजारा श्रद्धालुओं को मां के दरबार बुलाने के लिए आकर्षण का मुख्य केंद्र है। नवरात्रों के उपलक्ष्य में तैयारियां युद्ध स्तर पर चल रही हैं। इसके अतिरिक्त दरबार को जाने वाले रास्ते को भी अलग-अलग फूलों-फलों और रंगीन कपड़ों से सुंदर सजाया जा रहा है। सोशल मीडिया पर भी मां के दरबार की सजावट संबंधी तस्वीरें वायरल होने से श्रद्धालुओं में दरबार को जाने का उत्साह देखने को मिल रहा है। इस संबंधी श्राईन बोर्ड के सी.ई.ओ. सिमरनदीप सिंह ने बताया कि पहले नवरात्र से श्रद्धालु जहां मां के आलौकिक पिण्डी स्वरुप के दर्शन करेंगे, वहीं उन्हें प्रवेश द्वार के स्वर्णिम दर्शन भी हाेंगे और इसकी तैयारियां लगभग पूर्ण हैं। पहले इस प्रवेश द्वार पर संगमरमर का होता था। स्वर्णयुक्त प्रवेश द्वार में एक हजार कि.ग्रा. तांबा, एक हजार कि.ग्रा. चांदी और 10 कि.ग्रा. सोने का इस्तेमाल किया गया है। इसे 17 के लगभग विशेष कारीगरों द्वारा तीन महीने में पूरा किया गया है। उन्होंने बताया कि इस स्वर्णिम प्रवेश द्वार पर गुंबद के साथ ही तीन सोने के झंडे तथा विशाल स्वर्णयुक्त छत्र भी लगाया है। मां वैष्णो देवी के 9 रूप इस स्वर्ण द्वार पर अंकित किए गए हैं। वहीं इस पर छ: फीट स्वर्णयुक्त मां महालक्ष्मी और मां वैष्णो देवी जी के चित्र अंकित किए गए हैं। स्वर्णयुक्त प्रवेश द्वार के मध्य में लगभग 25 कि.ग्रा. सोने व चांदीयुक्त घंटी होगी और प्रवेश द्वार के भीतर त्रिदेव भाव ब्रह्मा, विष्णु, महेश के साथ भगवान सूर्य देव के चित्र अंकित होंगे। प्रवेश द्वार के सबसे भीतर भगवान गणपति और हनुमान जी के चित्र हैं। उन्होंने बताया कि इस स्वर्णयुक्त प्रवेश द्वार में दिल्ली के दानी सज्जनों ने पूर्ण सहयोग किया है। सी.ई.ओ. सिमरनदीप सिंह ने बताया कि इस कार्य को मुख्य पुजारी, प्रधान पंडित, एस.डी.एम. भवन, मुख्य सुरक्षा अधिकारी प्रबंधक भवन सहित कई कमेटी सदस्यों ने 64वीं बैठक में अनुमति के उपरांत ये कार्य शुरु करवाया है। उन्होंने बताया कि नवरात्रों के पहले 40 हजार के करीब श्रद्धालुओं के पहुंचने की उम्मीद है। उन्होंने बताया कि नवरात्र महोत्सव 29 सितम्बर से 7 अक्तूबर तक चलेगा और इसका उद्घाटन राज्यपाल सत्यपाल मलिक करेंगे और इस महोत्सव में शोभायात्रा व अखिल भारतीय भेंट प्रतियोगिता आकर्षण का केंद्र रहेगी।