जारी है पुआल को जलाने का सिलसिला

पंजाब सरकार लगातार प्रतिदिन विज्ञापनों के माध्यम से किसान वीरों को धान की पुआल को न जलाने का आग्रह कर रही है। जलती पुआल भयानक घटनाओं और गम्भीर बीमारियों को निमंत्रण देती है।  धुएं के कारण काफी लोगों को खांसी, जुकाम और सिरदर्द होने लगता है। 
किसान पुआल जलाने हेतु विवश हैं। उन्हें बहुत खर्चा पड़ता है। किंतु स्वास्थ्य की एवज में ऐसा करना सभी के लिए अहितकारी है। अब तो पुआल से बिजली बनाने के प्लांट भी लग चुके हैं। हैपी सीडर के साथ खड़ी पुआल में अगली फसल बीजी जा सकती है। 

-वीरेन्द्र शर्मा