बाजरे में भारी मंदा-मक्की तेज : चना-मूंग-मोठ में उछाल

नई दिल्ली, 6 अक्तूबर (एजेंसी): गत सप्ताह के शुरूआती दौर में बाजरा कुछ मजबूत होने के बाद उत्तरार्ध में मौसम साफ होते ही हरियाणा, राजस्थान में नये माल की आवक दुगुनी हो गयी, जिसके चलते सरकारी खरीद शुरू होने के बावजूद 110/115 रुपए प्रति क्विंटल लुढ़क गया। वहीं मक्की यूपी, बिहार से आवक घटने तथा एमपी की फसल लेट होने से 25/30 रुपए बढ़ गयी। दलहनों में चना, उत्पादक मंडियों में आवक टूट जाने एवं डिब्बे में सटोरियों की लिवाली से नीचे के भाव से 150 रुपए उछल गया। मूंग, मोठ में भी 100/200 रुपए बढ़ गए।
आलोच्य सप्ताह के शुरूआती दौर में बाजरे की आवक बरसात से उत्पादक मंडियों में घट गयी, जिससे बाजार 25/30 रुपए मौलीबरवाला पहुंच में सुर्ख बोलने लगे थे, लेकिन सप्ताह के उत्तरार्ध यानि दो अक्तूबर के बाद एक साथ रेवाड़ी, पटौदी, दौसा, डिडवाना, शेखावटी, हिसार, जींद लाइन में बाजरे की आवक दोगुनी हो जाने से 120/125 रुपए गिरकर अलग-अलग मंडियों में 1600/1650 रुपए प्रति क्विंटल भाव रह गये। मौलीबरवाला पहुंच में राजस्थान से जो बाजरा 1900/1925 रुपए बिक गया था, उसके भाव 1800/1810 रुपए प्रति क्विंटल रह गये। यहां भी गोदाम से उट्ठू 1875 रुपए ऊपर में बिकने के बाद सप्ताहांत में 1765 रुपए रह गया। वहीं मक्की, हस्त नक्षत्र की बरसात से एमपी, यूपी में लेट हो गयी, जिससे साठी मक्की यूपी में 2170/2175 रुपए नीचे में बिकने के बाद 2200/2225 रुपए गोदाम से उट्ठू बोलने लगे। राजपुरा, पानीपत, सफीदों पहुंच में 2270/2280 रुपए का व्यापार हो गया। बिहार के बेगुसराय, गुलाबबाग, खगड़िया लाइन की मक्की 2325/2330 रुपए पहुंच में बिक जाने की खबर थी। माल की कमी से अभी और बाजार बढ़ सकता है। 
गेहूं व चावल में मिलाजुला रुख रहा। दलहनों में देसी चना, सप्ताह के मध्य में 4300/4350 रुपए नीचे में बिकने के बाद उत्पादक मंडियों से आवक घट जाने एवं डिब्बे में सटोरियों की लिवाली से 4450/4500 रुपए खड़ी मोटर में लॉरेंसरोड पर सप्ताहांत में हो गया। दाल के भाव भी इसी अनुपात में तेज बोले गये।