कोलकाता में जन्मी मिस इंग्लैंड ने बच्चों के लिये धन जुटाने में मदद की

लंदन, 6 अक्टूबर (भाषा): भारतीय मूल की मिस इंग्लैंड-2019 भाषा मुखर्जी ने कोलकाता में सड़कों और झुग्गियों में रहने वाले बच्चों के लिये काम कर रही ब्रिटेन की एक धर्मार्थ संस्था के लिये धन जुटाने में मदद की है।  कोलकाता में बचपन बिताने वाली पेशे से चिकित्सक मुखर्जी अगले महीने होने वाली मिस वर्ल्ड प्रतियोगिता की तैयारियों से समय निकालकर शुक्रवार रात लंदन मे ‘होप फाउंडेशन’ के चंदा इक्ट्ठा करने के कार्यक्रम में शामिल हुईं। कार्यक्रम के टिकटों की बिक्री और नीलामी तथा कई तरह के दान के जरिये संस्था के लिए 20,000 पाउंड से अधिक की धनराशि एकत्रित हुई। पूर्वी इंग्लैंड के लिंकोलनशर में फिलहाल जूनियर डॉक्टर के तौर पर काम कर रहीं 23 वर्षीय भाषा ने कहा, मुझे लगता है कि भाग्य लोगों का साथ ले आता है। मैं कोलकाता से हूं। लिहाजा होप फाउंडेशन मेरे लिए बेहद खास है। भाषा नौ साल की आयु में लंदन आ गईं थीं। भाषा ने कहा, होप सिर्फ कोलकाता के बच्चों के लिये नहीं है। यह पूरी दुनिया के बच्चों के लिये है और मेरा ‘ब्यूटी विद पर्पज़’ मिशन स्वास्थ्य शिक्षा को लेकर है, एक चिकित्सक होने के नाते मैं इसे लेकर बेहद उत्साहित हूं। मैं मिस इंग्लैंड बनने से मिली पहचान के जरिये लोगों को उनके स्वास्थ्य के प्रति जागरुक करना चाहती हूं ताकि वे समाज में अच्छे से जीवन व्यतीत कर सकें। होप फाउंडेशन की स्थापना 1999 में आयरलैंड की मॉरीन फॉरेस्ट ने कोलकाता में सड़कों पर रहने के लिए मजबूर 14 युवा लड़कियों को सुरक्षा और संरक्षण प्रदान करने के लिये की थी।