अयोध्या विवाद की अंतिम सुनवाई आज

नई दिल्ली, 15 अक्तूबर (एजेंसी) : अयोध्या के राम जन्म भूमि-बाबरी मस्जिद भूमि विवाद मामले में मंगलवार भी सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई। अयोध्या मामले की सुनवाई के 39वें दिन मुख्य न्यायाधीश रंजन गोगोई ने स्पष्ट तौर पर कहा कि कल इस मामले की सुनवाई का आखिरी दिन होगा। समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, राम जन्म भूमि-बाबरी मस्जिद भूमि विवाद मामले की सुनवाई के दौरान आज चीफ जस्टिस रंजन गोगोई ने कहा कि आज 39वां दिन है। कल 40वां और इस मामले की सुनवाई का आखिरी दिन। बता दें कि प्रधान न्यायाधीश रंजन गोगोई की अध्यक्षता वाली पांच सदस्यीय संविधान पीठ अयोध्या मामले की सुनवाई कर ही है। मुख्य न्यायाधीश रंजन गोगोई, न्यायमूर्ति एस ए. बोबडे, न्यायमूर्ति डी. वाई. चंद्रचूड़, न्यायमूर्ति अशोक भूषण तथा न्यायमूर्ति एस अब्दुल नज़ीर की संविधान पीठ के समक्ष हिन्दू पक्ष के वकील के परासरण ने दलील दी कि अयोध्या में 50-60 मस्जिद हैं और नमाज़ कहीं भी अदा की जा सकती है, लेकिन यह राम का जन्मस्थान है, इसे बदला नहीं जा सकता। परासरण ने अपनी दलील में कहा कि किसी को भी भारत के इतिहास को तबाह करने की अनुमति नहीं दी जा सकती है। न्यायालय को इतिहास की गलती को ठीक करना चाहिए। एक विदेशी भारत में आकर अपने कानून लागू नहीं कर सकता है। उन्होंने अपनी दलील की शुरुआत भारत के इतिहास के साथ की। न्यायालय के निर्देश के बाद वकील वी.पी. शर्मा ने लिखित दलील के साथ कुरान के अंग्रेज़ी अनुवाद की कॉपी रजिस्ट्री को सौंपी। इसके साथ ही हिंदू और सिख धर्म ग्रंथ भी रजिस्ट्री को सौंपे जाएंगे। हिंदू पक्षकार की ओर से वकील ने मंदिर के सबूत के तौर पर कुछ दस्तावेज़ संविधान पीठ को देने की गुजारिश की है। अदालत की ओर से दस्तावेज़ रजिस्ट्री को देने को कहा गया है। हिंदू पक्षकार महंत रामचंद्र दास के शिष्य सुरेश दास की ओर से वकील परासरण अपनी दलीलें दे रहे हैं। हिंदू पक्ष की ओर से निर्मोही अखाड़ा बुधवार को अपनी दलील रखेगा। निर्मोही अखाड़े के वकील सुशील जैन की मां की मृत्यु हो जाने के कारण वह अदालत नहीं पहुंच सके।