‘गर्दन काट दूंगा’ प्रकरण में खट्टर पर मामला दर्ज

हिसार, 16 अक्तूबर (राज पराशर) : जान से मारने की धमकी देने व प्रमुख जनप्रतिनिधि होने के बावजूद अमर्यादित भाषा का प्रयोग और मानव अधिकारों का हनन करने की ज्योति प्रकाश कौशिक की शिकायत पर राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने मुख्यमंत्री हरियाणा सरकार के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। भगवान परशुराम जन कल्याण संस्थान के मुख्य संयोजक ज्योति प्रकाश कौशिक ने यह जानकारी आज स्थानीय सैक्टर-15 में आयोजित प्रेस कांफ्रैंस को संबोधित करते हुए दी। इस अवसर पर उनके साथ सामाजिक कार्यकर्ता राजीव सरदाना, राकेश पंडित, श्रीभगवान शर्मा, मनोज शर्मा सैक्टर 1-4, बंटी शर्मा खरड़, अंकित कौशिक, भगवान परशुराम जन कल्याण संस्थान के महासचिव नवनीत कुमार आदि भी मौजूद थे। कौशिक ने इसे साधारण आदमी के सत्य के लिए किए गए संघर्ष की जीत बताया है। कौशिक ने बताया कि मुख्यमंत्री हरियाणा सरकार द्वारा निकाली गई जन आशीर्वाद यात्रा 4 सितम्बर, 2019 को बरवाला पहुंची थी। इस दौरान मुख्यमंत्री के प्रचार रथ में सवार हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग के पूर्व सदस्य डा. हर्षमोहन भारद्वाज ने जब बरवाला पहुंचने पर स्वागत व सम्मान के तौर पर मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर को चांदी का मुकुट पहनाने की कोशिश की तो इस पर मुख्यमंत्री बिफर गए और सार्वजनिक मंच से खुले तौर पर डॉ. हर्षमोहन भारद्वाज को गर्दन काटने की धमकी दे दी। जान से मारने की धमकी देते समय मुख्यमंत्री के हाथ में ब्राह्मण समाज के लोगों द्वारा भेंट किया गया व धार्मिक चिन्ह माना जाने वाला फरसा भी था। भगवान परशुराम जन कल्याण संस्थान की ओर से इस केंद्रीय मानवाधिकार आयोग के महासचिव एवं कार्यकारी अधिकारी को लिखित शिकायत देकर इस मामले की कार्रवाई की अपील की थी।